- स्पेशल की बजाय पुराने नंबरों से चलेगी ट्रेनें, किराया कम होने से राहत मिलेगी
उज्जैन। रेलवे जल्द ही ट्रेनों के नंबर बदलने जा रहा है। कोरोन काल के दौरान ट्रेनों को स्पेशल ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा था और उसमें किराया भी ज्यादा लग रहा था। रेलमंत्री ने देशभर की मीडिया से ऑनलाइन बात करते हुए यह घोषणा की। हालांकि ये नहीं बताया कि ये बदलाव किस तारीख से लागू होगा। पिछले साल कोरोना काल के बाद रेलवे ने एक-एक कर ट्रेनों का आवागमन शुरू किया था। उज्जैन में सितम्बर से ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ था। इसके बाद धीरे-धीरे अब उज्जैन से सभी ट्रेनें शुरू हो गई है।
इस अवधि में रेलवे ने नियमित चलने वाली ट्रेनों को स्पेशल ट्रेनों के रूप में चलाया। इससे इन ट्रेनों के नंबर बदलना पड़े थे। सोशल मीडिया पर 1 अक्टूबर से पुराने नंबरों के आधार पर ट्रेन चलाने की अफवाह उड़ी, लेकिन रेलवे अधिकारियों ने इसका खंडन किया और बताया कि रेल मंत्रालय की ओर से जल्द ही नंबर बदलने का नोटिफिकेशन किया जाना है।
इसलिए बदलना पड़े थे टे्रेनों के नंबर
नियमित ट्रेनें अगर चलाई जाती तो बड़े स्तर पर आरक्षण केन्द्रों के कम्प्यूटर में परिवर्तन करना होता। ये संभव नहीं था, इसलिए एक तरह से नियमित ट्रेनों की जगह स्पेेशल ट्रेन चलाई गई। हालांकि इनका समय और रूट वही था। स्पेशल ट्रेन का नंबर अलग होने के कारण इसका किराया भी सामान्य ट्रेनों की तुलना में एक तिहाई ज्यादा लगता है और इस कारण यात्रियों को भी परेशानी हुई और उन्हें कोरोना काल में ज्यादा किराया देना पड़ा जो अब तक लागू है। उज्जैन से कम दूरी की ट्रेनों में भी अभी बढ़ा हुआ किराया ही लग रहा है। अब ट्रेनों के नंबर बदल दिए जाते हैं तो यात्रियों को कम किराये के रूप में एक बड़ी राहत मिलेगी।