इंदौर न्यूज़ (Indore News)

एक महीना बीता, मुख्यमंत्री की घोषणा, नहीं मिली मदद

बाणगंगा में क्रेन ने छीनी थी चार जिंदगियां
इंदौर।  एचआर-38-बी-2002 नंबर की क्रेन (crane) हमारे परिवार पर काल बनकर टूटी। क्रेन (crane) ने न केवल मेरे दो बेटे छीन लिए, बल्कि आर्थिक रूप से भी तोडक़र रख दिया। बाणगंगा (banganga) में क्रेन हादसे (crane accident) ने चार ंिजंदगियां छीन लीं, लेकिन एक महीना बीत जाने के बावजूद आर्थिक मदद ( financial help) सिर्फ मुख्यमंत्री (chief minister) की घोषणा बनकर रह गई है।
यह कहना था बाणगंगा क्षेत्र (banganga area) में हुई घटना में अपने परिवार के सदस्यों को खो चुके चंगीराम पिता अमरसिंह व दिनेश पिता टिहीया का। एक महीने से दिनेश जहां अपने पुत्र रीतेश व शरद की मौत का मुआवजा लेने के लिए भटक रहा है, वहीं चंगीराम पुलिस (police) द्वारा रिपोर्ट में नाम गलत लिखने की शिकायत लेकर दर-दर की ठोकरें खा रहा है। दिनेश ने कलेक्टर के समक्ष ज्ञापन सौंपते हुए गुहार लगाई कि एक महीने पहले उक्त नंबर की क्रेन ने मेरे बुढ़ापे के सहारे दोनों बेटों को छीन लिया था। मुख्यमंत्री ने दो-दो लाख रुपए की घोषणा और घायलों के इलाज के लिए मदद देने का आश्वासन दिया था। एक महीना बीत जाने के बावजूद मुआवजा नसीब नहीं हुआ है। वहीं चंगीराम ने पुलिस की रिपोर्ट में अपने नाम को जंगीराम लिखे जाने की शिकायत करते हुए कहा कि रिपोर्ट में गलत नाम होने के कारण मुआवजा नहीं मिल पा रहा है। एक तरफ तो सरकार मदद का दिखावा कर रही है, वहीं दूसरी तरफ इलाज के लिए भी दर-दर की ठोकरें ही नसीब हो रही हैं।


नामांतरण के नाम पर सिर्फ धक्के
सजनबाई पिता छीतर चौहान के हक की जमीन पर भाइयों ने ही कब्जा कर लिया था, जिसकी शिकायत प्रार्थी द्वारा कई बार की गई थी। अब दोनों भाइयों कन्हैयालाल व कृपाराम की मृत्यु के बाद उनके बेटों द्वारा जमीन अपने नाम पर करवाई जा रही है। भाइयों की मौत के बाद सजनबाई को भी अपने पिता की जमीन में हक मिलना चाहिए। सजनबाई ने बताया कि उसके भाइयों ने उसे मृत घोषित कर उक्त नामांतरण फर्जी तरीके से करवा लिया था और अब उसी घोषणा के आधार पर इसके भतीजे द्वारा जमीन का नामांतरण करवाया जा रहा है।
सैनिक कर रहा पत्नी को प्रताडि़त
पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में तैनात राकेश सूर्यवंशी आरक्षक की पत्नी अंजु सूर्यवंशी ने मारपीट करने और बच्चों के दस्तावेज हथिया लेने की शिकायत दर्ज कराई। अंजु ने बताया कि आरक्षक पति मारपीट कर दहेज के लिए प्रताडि़त कर रहा है। अब बच्चों के एडमिशन के लिए दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं करा रहा है।

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