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मणिपुर जाने वाली है विपक्षी सांसदों की टीम, 29-30 जुलाई को हिंसाग्रस्त इलाके का करेगी दौरा

नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा को लेकर लोकसभा में आज भी विपक्षी दलों का हंगामा जारी रहा। इस विषय पर लोकसभा में चर्चा व प्रधानमंत्री द्वारा इस मामले पर सदन में बयान देने की मांग हो रही है। इसी बवाल के चक्कर में आज फिर से सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। बता दें कि अब मणिपुर के दौरे पर अब विपक्षी दलों (INDIA) के सांसद जाने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक विपक्षी दलों के सांसदों को मणिपुर भेजा जाएगा, जहां वो 29-30 जुलाई को हिंसाग्रस्त मणिपुर का दौरा करेंगे। इस बाबत तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।

इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सदन चल रहा है, हम मांग कर रहे हैं कि पीएम यहां आएं और अपना बयान दें। लेकिन वे राजस्थान में राजनीतिक भाषण दे रहे हैं और चुनाव की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब वो राजस्थान जा सकते हैं तो क्या सदन में आधे घंटे के लिए आकर मणिपुर मामले पर बयान नहीं दे सकते हैं। लोकतंत्र में उनकी कोई रूची नहीं है। कोई विश्वास नहीं है। वे संसद का अपमान कर रहे हैं। वे लोकतंत्र की रक्षा नहीं करना चाहते हैं।


सदन की कार्यवाही आज शुरू होते ही विपक्षी दलों के नेता आसन के करीब आकर नारेबाजी करने लगे। इस दौरान वे तख्तियां भी दिखा रहे थे और मणिपुर पर चर्चा और सदन में पीएम मोदी के बयान की मांग कर रहे थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से नारेबाजी बंद करने की अपील की ताकि सदन अच्छे से चल सके। उन्होंने इस दौरान कहा कि इस तरह से सदन नहीं चल पाएगा। इस सदन की श्रेष्ठ और उच्च परंपराएं तथा मर्यादाएं रही हैं। लेकिन ऐसा आचरण आपको शोभा नहीं देता जो लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।

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