- ‘दीपक से कमल’ अभियान के माध्यम से भाजपा पहुंचेगी 3067 बूथों
भोपाल। उपचुनाव का किला फतह करने के लिए भाजपा और कांग्रेस (BJP & Congress) एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। भाजपा रोज नए-नए प्लान तैयार कर रही है। इसी कड़ी में उसने अब ‘दीपक से कमल’ नया प्लान तैयार किया है। भाजपा ने इस प्लान को अमली जामा पहनाने का खाका तैयार किया है। इसके तहत भाजपा 21 अक्टूबर को उपचुनाव वाले सभी 3067 बूथों पर जनसंघ का स्थापना दिवस (Foundation Day) मनाएगी। इस मौके पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों की थीम ‘दीपक से कमल’ या ‘जनसंघ से भाजपा’ होगी। जनसंघ का चुनाव चिन्ह कभी दीपक हुआ करता था, जबकि बीजेपी (BJP) का चुनाव चिन्ह कमल का फूल है।
भाजपा के इस प्लान के बारे में चुनाव प्रबंध समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह ने बताया कि 21 अक्टूबर को जनसंघ के स्थापना दिवस पर सभी बूथों पर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं का सम्मान और विचार गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। गोष्ठियों का विषय जनसंघ से भाजपा तक पार्टी की यात्रा और वे मुद्दे होंगे जिनके लिए जनसंघ की स्थापना की गई थी। ‘दीपक से कमलÓ तक की पार्टी की यात्रा के प्रतीक के रूप में हर बूथ पर कमल की आकृति बनाई जाएगी। उसके ऊपर दीपक रखा जाएगा।
हर स्तर पर होंगे कार्यक्रम
मंत्री भूपेंद्र सिंह ने बताया कि महिला मोर्चा हर मंडल में स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन आयोजित करेगा। इनमें प्रदेश सरकार के उन कदमों की जानकारी दी जाएगी जो स्व-सहायता समूहों को सशक्त बनाने के लिए उठाए गए हैं। इसके अलावा पार्टी के अन्य सभी मोर्चे बूथ स्तर तक कार्यक्रम करेंगे। इन कार्यक्रमों के माध्यम से सभी वर्ग के लोगों को सरकार के निर्णयों और योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
कांग्रेस ‘जाति’ के आधार पर मांगती है वोट
भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति के संयोजक भूपेंद्र सिंह ने कांग्रेस के चुनाव प्रचार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस जाति के आधार पर वोट मांगती है। उसके पास कोई मुद्दा नहीं बचा। भाजपा विकास के नाम पर चुनाव लड़ती है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री सिंह ने कहा कि कांग्रेस का तो मुद्दा ही जातिवाद है। सिंह ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के चुनाव प्रचार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि ये सब जानते हैं कि कमलनाथ प्रचार के लिए एक ही दिन जाते हैं। आगे भी उसी तरह ही जाएंगे। जबकि, भाजपा कार्यालय में रोज चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक होती है। गौरतलब है कि सिंह इससे पहले भी कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और कांग्रेस पर निशाना साध चुके हैं।