चोरी होने लगे कीमती पौधे और अटल सेतु से रिफ्लेक्टर
लोगों को पसंद आ रही डेकोरेटिव लाइट, अब होगी स्थायी
इंदौर। अभी पिछले हफ्ते ही उद्घाटित हुए पिपल्याहाना ओवरब्रिज, जिसे अटल सेतु नाम मुख्यमंत्री ने दिया, उस पर जो सजावटी सामान लगे हैं, उसकी चोरी असामाजिक तत्वों के साथ-साथ आसपास के लोगों द्वारा की जाने लगी। नगर निगम ने डेढ़ से दो हजार रुपए कीमत के महंगे प्लांट लगवाए हैं तो प्राधिकरण ने यातायात के लिए रिफ्लेक्टर सहित अन्य सामान लगवाया, जो क्षतिग्रस्त करने के साथ-साथ आधी रात रात के बाद चोरी होने लगा है। प्राधिकरण है कि अब सिक्युरिटी और बढऩा पड़ेगी।
इंदौर में मेनहोल के ढक्कनों से लेकर कई तरह की सामग्री चुरा ली जाती है। फुटपाथ पर रहने वाले लोगों के अलावा नशा करने के आदी लोग ये सामग्री चुराकर कबाडिय़ों को बेच देते हैं। अब इसका शिकार नवनिर्मित और उद्घाटित अटल सेतु भी होने लगा, जिसकी खूबसूरती बढ़ाने में इंदौर विकास प्राधिकरण ने कोई कसर नहीं छोड़ी, जहां पर डेकोरेटिव लाइट, प्लांट, रिफ्लेक्टर से लेकर कई तरह के प्रयोग किए गए हैं। मगर बीते दो-तीन दिनों में यहां से भी कुछ सजावटी सामान चोरी होने लगा, जिसकी पुष्टि आसपास के रह रहे लोगों ने भी की है। प्राधिकरण सीईओ विवेक श्रोत्रिय का कहना है कि इस तरह की शिखायत मिली है, लिहाजा रात में सिक्युरिटी बढाना होगी। कई लोग जो खूबसूरत फूलों के प्लांट लगाए गए हैं, उन्हें भी उखाडक़र ले जा रहे हैं, जिसकी व्यवस्था नगर निगम ने की है। डिवाइडर पर ये प्लांट लगाए गए हैं। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से रिफ्लेक्टर्स का भी प्रयोग इस ओवरब्रिज पर खूब किया गया है। प्राधिकरण के कार्यपालन यंत्री धर्मेन्द्र कठल का कहना है कि यह लोगों की जिम्मेदारी है कि वह ब्रिज की खूबसूरती को बनाए रखें। वहीं दूसरी तरफ प्राधिकरण ने अस्थायी डेकोरेटिव लाइट भी इस ओवरब्रिज पर लगवाई थी। दरअलसल पिछले हफ्ते ही 6 जनवरी को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने इस फ्लायओवर का लोकार्पण किया, जिसके चलते प्राधिकरण ने खूबसूरत लाइटिंग भी की थी, जो लोगों को पसंद आ रही है और बड़ी संख्या में लोग रात को पुल पर पहुंचकर सेल्फी भी इन डेकोरेटिव लाइट के साथ खींचते हैं। प्राधिकरण का कहना है कि इस डेकोरेटिव लाइट को अब स्थायी किया जाएगा। अभी जो लाइट लगी है वह अस्थायी लगवाई गई थी।