डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में ग्रामीणों द्वारा बनाए गए कोरोना माता के मंदिर को पुलिस ने रातोंरात हटा दिया है. मंदिर बनने की भनक जैसे ही पुलिस को लगी तो शुक्रवार देर रात जेसीबी से मंदिर को नष्ट कर वहां से मलबा तक हटा दिया, जैसे वहां पहले कुछ नहीं था. यह घटना प्रतापगढ़ के सांगीपुर थाना स्थित जूही शुक्लपुर गांव की है, यहां कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने कोरोना के चलते अंधविश्वास में कोरोना माता मंदिर का निर्माण कर दिया. इतना ही नहीं मंदिर में कोरोना माता की मूर्ति स्थापित कर उस पर मास्क भी लगा दिया.
इसके बाद कोरोना माता की मूर्ति स्थापित की पूजा-अर्चना होने लगी. गांव के लोग कोरोना माता के दर्शन करने के लिए इक्ट्ठा होने लगे थे. ग्रामीणों का मानना था कि कोरोना माता की पूजा करने से उनका गांव कोरोना मुक्त रहेगा, इतना ही नहीं गांव के बड़ी संख्या में लोग सुबह शाम इकठ्ठा होकर बड़ी श्रद्धा से पूजा करते थे.
यह सब तब हुआ था जब गांव में कोरोना से तीन लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. ग्रामीणों में आई दहशत के कारण उन्होंने दवा के साथ-साथ दुआ की तलाश भी शुरू कर दी थी. कोरोना ने जेहन में डर पैदा किया तो ग्रामीणों ने आस्था की राह अपना ली. और फिर इसके बाद वहां मंदिर निर्माण हुआ.
बताया जा रहा है कि मंदिर ढहाने के एक दो दिन पहले ग्रामीणों के अलावा आसपास से लोग भी पहुंच रहे थे. यहां लोग कोरोना माता की पूजा अर्चना करते हुए नजर आए. ग्रामीण अगरबत्ती जलाकर और प्रसाद चढ़ाकर कोरोना माता की पूजा करते हुए जल भी चढ़ाए. हालांकि पुलिस प्रशासन को जब इसकी भनक लगी तो शुक्रवार देर रात को मंदिर को नष्ट कर दिया. इस दौरान रात में ही वहां से मलबा तक हटा दिया, जैसे वहां पहले कुछ था ही नहीं.
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