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सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंध हटाने की तैयारी, रियाद में हुई विदेश मंत्रियों की बैठक

January 13, 2025

रियाद। साऊदी अरब (Saudi Arabia) की राजधानी रियाद (णapital Riyadh) में कई देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक (Foreign ministers meeting of many countries) हुई। बैठक के बाद यूरोपीय विदेश मंत्रियों (European Foreign Ministers) ने सीरिया (Syria) पर लगाए गए प्रतिबंधों को हटाने की संभावना पर चर्चा करने के लिए 27 जनवरी को ब्रुसेल्स में मुलाकात करने पर सहमति जताई है। यह बैठक पिछले महीने अपदस्थ सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद के पतन के बाद पश्चिमी देशों के मंत्रियों और शीर्ष राजनयिकों की पहली बैठक थी।


यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख की घोषणा
यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख काजा कैलास ने घोषणा की कि 27 सदस्यीय यूरोपीय संघ के विदेश मंत्री इस बैठक में यह तय करेंगे कि प्रतिबंधों के मुद्दे पर क्या कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यूरोपीय संघ एक समावेशी सीरियाई सरकार का समर्थन करता है, जो कट्टरपंथ से बचती है और महिलाओं और अल्पसंख्यकों के अधिकारों का सम्मान करती है। कैलास ने यह भी स्पष्ट किया कि यूरोपीय संघ किसी भी कदम को तुरंत वापस ले सकता है यदि स्थितियां बदलती हैं।

सऊदी अरब ने भी जताई सहमति
सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद ने भी सीरिया पर प्रतिबंध हटाने का समर्थन किया, यह कहते हुए कि इन प्रतिबंधों के कारण सीरिया के विकास और पुनर्निर्माण में रुकावट आ रही है। सीरिया के नए विदेश मंत्री असद हसन अल-शैबानी ने भी क्षेत्रीय मंत्रियों के साथ इस विषय पर चर्चा की और सीरिया के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबंध हटाने का आह्वान किया।

रियाद में बैठक में क्या हुआ?
बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन बास, जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक और ब्रिटिश विदेश सचिव डेविड लैमी भी शामिल थे। इसके बाद, सऊदी विदेश मंत्रालय ने सीरिया के पुनर्निर्माण में मदद के लिए प्रतिबंधों को हटाने की आवश्यकता की पुष्टि की। साथ ही यूरोपीय देशों जैसे जर्मनी, इटली और फ्रांस ने भी सीरिया पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों में ढील देने का समर्थन किया है, लेकिन अंतिम निर्णय सभी यूरोपीय संघ के सदस्य देशों की मंजूरी पर निर्भर करेगा।

जर्मनी के विदेश मंत्री का बयान
जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बैरबॉक ने कहा कि जिन लोगों ने युद्ध के दौरान गंभीर अपराध किए हैं, उनके खिलाफ प्रतिबंध जारी रहने चाहिए, लेकिन साथ ही जर्मनी ऐसे “स्मार्ट दृष्टिकोण” की वकालत करता है, जिससे सीरियाई जनता को राहत मिले। बता दें कि यह बैठक इस बात का संकेत है कि सीरिया के नए शासकों को अब पश्चिमी अधिकारियों के साथ बातचीत का अवसर मिल रहा है, जो कि सीरिया के भविष्य और अंतर्राष्ट्रीय मान्यता के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।

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