बांगिरिपोसी। राष्ट्रपति (President) द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने शनिवार को ओडिशा (Odisha) दौरे की वजह बताई। उन्होंने कहा कि राज्य और उनके पैतृक मयूरभंज जिले के विकास कार्यों (Development Works) में गति लाने के लिए मैंने कई बार प्रोटोकॉल (Protocol) तोड़ा और राज्य का दौरा किया है। अपने पांच दिवसीय दौरे के अंतिम दिन राष्ट्रपति ने तीन रेलवे लाइनों के साथ ही आदिवासी शोध कार्य और विकास केंद्र, दंडबोस एयरपोर्ट और उप मंडलीय अस्पताल की आधारशिला रखी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सामान्य तौर राष्ट्रपति का अपने राज्य और जिले में दौरा करने का कोई प्रावधान नहीं है। हालांकि मैंने यहां के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए कई बार प्रोटोकॉल तोड़ा और यहां बार-बार आई। क्षेत्र की आवश्यकताओं के अनुरूप मैंने वह सब करने का प्रयास किया है जो मुझसे हो सकता था।
राष्ट्रपति ने कहा कि जब मैं झारखंड की राज्यपाल थी तो मैंने कई बार रेलमंत्री से जनजातीय क्षेत्रों विकास के लिए कई बार कहा। जब मैं 2000 में ओडिशा की परिवहन मंत्री थी तो मैंने राज्य में कई क्षेत्रों में रेल विकास के लिए रेल मंत्री से कहा था। तब इस पर काम नहीं आगे नहीं बढ़ सका था। मैं प्रधानमंत्री और रेल मंत्री का धन्यवाद करती हूं कि वहां अब कार्य हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों का प्यार और स्नेह उनको यहां पर खींच लाया है। तमाम अहम कामों में व्यस्त रहने के बाद भी मैं अपने क्षेत्र के विकास को लेकर चिंतित रहती हूं। मैं यहां के लोगों और यहां की जरूरतों को जानती हूं। मेरे लिए जितना संभव होगा, मैं अपने कार्यकाल में उतना इस क्षेत्र के विकास के लिए काम करती रहूंगी।
राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी कहा कि हां मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं कि मैं किसी से अनुचित अनुरोध नहीं करूंगी। मयूरभंज राज्य का सबसे बड़ा जिला है और यहां की कुछ आवश्यकताएं हैं। सरकार ने उन जरूरतों को समझा है। मैं उनको सहयोग के लिए धन्यवाद देती हूं। रेलवे संपर्क में ओडिशा में उल्लेखनीय परिवर्तन हो रहा है।
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