नई दिल्ली: प्राइवेट सेक्टर के कर्नाटक बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए 18.87 करोड़ रुपये के यूपीआई के संदिग्ध सीमापार लेनदेन को वापस कर दिया है. यह कार्रवाई इसलिए की गई क्योंकि इन ट्रांजेक्शन को प्रोसेस्ड नहीं किया जा सका. यह बात बैंक द्वारा भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) के साथ किए खामियों को दुरुस्त करने के अभ्यास के दौरान सामने आई.
कर्नाटक बैंक ने सोमवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि यूपीआई ग्लोबल पर संदिग्ध लेनदेन की समीक्षा के दौरान समाधान प्रक्रिया में कुछ कमियां पाई गई हैं. बैंक ने कहा कि इसके कारण बैंक के परिचालन या ग्राहक सेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. इस मामले की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को 17 फरवरी, 2025 को दी गई थी.
बैंक ने कहा था कि वह संबंधित राशि की वसूली के लिए आवश्यक कार्रवाई शुरू करेगा और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए अतिरिक्त नियंत्रण प्रक्रियाएं भी लागू करेगा. इस घटना के बाद कर्नाटक बैंक के शेयर मंगलवार को 2.5 प्रतिशत गिर गए. बीएसई पर 169.5 रुपये प्रति शेयर पर 52 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गए. पिछले 2 महीनों में कर्नाटक बैंक के शेयर 20 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दिखा चुके हैं.
बता दें कि कर्नाटक बैंक, भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक जाना-माना नाम है. यह बैंक पर्सनल और कमर्शियल दोनों तरह के ग्राहकों को वित्तीय उत्पाद और सर्विसेज प्रदान करता है. इनमें बचत और चालू खाते, लोन, क्रेडिट कार्ड और इंश्योरेंस प्रोडक्ट शामिल हैं.
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