आचंलिक

जगह-जगह किराने की तर्ज पर संचालित हो रहे है निजी क्लेनिक

  • आये दिन हो रही है इलाज से मौत जिम्मेदार कौन , स्वास्थ्य विभाग दाम या दवाब में

सिरोंज। नगर सिरोंज में जैसे बाजार गलियो मे किराने की दुकाने संचालित हो रही है उसी तर्ज पर अब नगर में निजी क्लेनिक भी संचालित होने लगे है और आये दिन इन निजी क्लेनिको पर मौत होने की घटनाऐं सामने आ रही है । गत दिनों पहले ढाल बाजार स्थित एक निजी क्लेनिक पर पालीवाल कॉलोनी निवासी की मना करने के बाद भी डाक्टर ने उस महिला को बॉटल लगा दी उसके बाद भी मौत हो गई यह बात उनके परिजनों के द्धारा बताई जा रही है ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस द्धारा मर्ग कायम कर जांच मे ले लिया गया है लेकिन अभी पीएम रिपोर्ट न आने के कारण अभी कोई कार्यावाही नही की गई है। गौरतलब हो कि नगर में आये दिन झोलाछाप डाक्टरों द्धारा मरीजों की जान से खिलवाड कर रहे है अगर इन झोलाछाप डाक्टरों द्धारा कोई गलत इलाज कर दिया जाता है तों वों स्वयं भोपाल या इंदौर मरीज को ले जाकर उसका इलाज कराते है फिर कही जाकर वों मरीज ठीक हो पाता है । नगर में कई ऐसे झोलाछाप डाक्टर है जिनके पास कोई न तों डिग्री है और न कोई डिप्लोपा लेकिन इलाज हर मर्ज का कर रहे है क्यो कि स्थानीय स्वास्थ्य विभाग कुंभ करंण की नीद सोया हुआ है ।


जगह जहग बैठी है महिला डाक्टर
छोटी छोटी सकडी गलियों मे महिला डाक्टर द्धारा धडल्ले से इलाज कर रही है व खुलेआम डिलेवरीयां कराई जा रही है और अपने ही क्लेनिक पर से दवाईया भी दी जा रही है और एक मरीज से करीब 1500 से लेकर 2000 हजार तक ले रही है और महिलाओं का इलाज जारी है लेकिन जों नगर में जगह जगह महिला डाक्टर द्धारा डिलेवरियां कराई जा रही है इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग द्धारा कोई कार्यावाही नही की जाती है ।

मौत के बाद भी नही जागा स्वास्थ्य विभाग
नगर में एक निजी क्लेनिक पर महिला की मौत के बाद स्थानीय स्वास्थ्य विभाग नही जागा है और नगर मे जगह जगह झोलाझाप डाक्टर बैठे इलाज कर रहे है उन्हे किसी का कोई डर नही है इसी लिए आये दिन लोगो की जान के साथ खिलवाड हो रहा है लेकिन जिम्मेदार विभाग द्धारा क्लेनिको की जांच नही की जा रही है और धडल्ले से इलाज कर रहे है । स्वास्थ्य विभाग द्धारा क्लेनिको की जांच न होना इससे कई सवाल खडे हो रहे है और जगह जगह चर्चा का विषय बना हुआ है ।

एसडीएम ने कही थी जांच कराने की बात
एसडीएम प्रवीण प्रजापति नें पत्रकारो से बात चीत के दोरान कहा था कि नगर मे जहां जहां क्लेनिक संचालित हो रहे है उनकी जांच कराई जाएगी जिनके पास कोई डिग्री नही है उसकी भी जांच कराई जाएगी । लेकिन एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी न तों कोई जांच कराई गई है और न ही अभी तक किसी पर कोई कार्यावाही देखने को मिली है । गौरतलब हो कि नगर में बहुत अधिक मात्रा मे क्लेनिक संचालित हो रहे है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों की नजर इन क्लेनिको पर नही जा रही है जिससे कई सवाल खडे हो रहे है ।
डिग्री है न डिप्लोपा फिर भी कर रहे है इलाज -: नगर में जगह जहग हर गली मोहल्लेे में क्लेनिक खुले हुए है जिनके पास न तों कोई डिग्री है न कोई डिप्लोपा फिर भी हर बीमारी का इलाज कर रहे है । उल्लेखनीय हो कि क्लेनिक संचालित कर्ता मरीज का इलाज ठेके पर भी करते है और अगर मरीज ठीक न हो तों इसकी गारंटी भी लेते है । क्लेनिक संचालक पर कौनसी डिग्री है कौनसा डिप्लोपा है स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों नें कभी यह जहमत नही कि इनकी डिग्री भी चेक की जाए जिससे की पता चले कि कौन सी डिग्री लेकर यह इलाज कर रहे है ।

इनका कहना है
इस संबंध में हमने बीएमओं अमित भैदिया से संपर्क करने की कोषिष की गई तों उनसे संपर्क नही हो सका ।

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