विदेश

सेना और सरकार पर उठाए सवाल, नवाज शरीफ सहित कई नेताओं पर देशद्रोह का केस दर्ज


इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरयम नवाज और पीओके के कथित प्रधानमंत्री राजा मोहम्मद फारूक के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नवाज शरीफ फिलहाल इलाज के लिए लंदन में हैं। लंदन से ही नवाज शरीफ लगातार इमरान सरकार और पाकिस्तानी सेना पर हमलावर हैं। इस्लामाबाद की हाई कोर्ट में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भी देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। कुछ दिन बाद ही विपक्ष सरकार के खिलाफ एक महारैली आयोजित करने वाला था।

लाहौर पुलिस ने शरीफ, मरयम और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद अब्बासी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। शरीफ के दामाद मोहम्मद सफदार के खिलाफ भी लोगों को देश और उसकी संस्थाओं के खिलाफ भड़काने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। एफआईआर में पाकिस्तानी सेना के तीन रिटायर्ड जनरल के नाम भी शामिल हैं।

पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर ने सोमवार को ट्वीट किया, प्रधानमंत्री इमरान खान खुद को कश्मीर का चैंपियन बताते हैं लेकिन पंजाब पुलिस की एफआईआर में पीओके के चुने हुए प्रधानमंत्री फारूक के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि शरीफ ने पाकिस्तान की प्रतिष्ठित संस्थाओं के खिलाफ लंदन से उकसाने वाले भाषण दिए। ये एफआईआर पाकिस्तान के एक नागरिक बद्र रशीद ने दर्ज करवाई है।

एफआईआर में आरोप लगाया है कि नवाज शरीफ ने 20 सितंबर और 1 अक्टूबर को दिए भाषण में भारत की नीतियों का समर्थन किया है ताकि पाकिस्तान मनी लॉन्ड्रिंग और आतंक के वित्तपोषण को लेकर फाइनेंशियल ऐक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट में आ जाए। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने भी नवाज शरीफ पर भारत से सांठगांठ करने का आरोप लगाया था।

शिकायतकर्ता ने कहा है कि शरीफ के भाषण का मकसद अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान को अलग-थलग करने और पाकिस्तान को एक असफल स्टेट घोषित करने का था। एफआईआर में कहा गया है, शरीफ लोगों को चुनी हुई इमरान खान की सरकार के खिलाफ खड़ा करना चाहते हैं। इसके अलावा, नवाज शरीफ अपने दोस्त नरेंद्र मोदी को फायदा पहुंचाने के लिए कश्मीर में मानवाधिकार उल्लंघन से ध्यान भटकाने की भी कोशिश कर रहे हैं।

वीडियो के जरिए एक भाषण में नवाज शरीफ ने कहा था कि वह सिर्फ प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नहीं बल्कि उन लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं जो उन्हें सत्ता में लाए हैं। नवाज शरीफ ने पाकिस्तान की सेना पर निशाना साधा था। इसके बाद से ही इमरान खान सरकार के कई मंत्री और खुद इमरान खान शरीफ पर भारत के नैरेटिव को प्रोत्साहित करने का आरोप लगा रहे हैं।

हालांकि, आलोचना होने पर पाकिस्तान सरकार इस मामले में यू-टर्न लेती नजर आ रही है। पाकिस्तान के विज्ञान एवं तकनीक मंत्री फवाद चौधरी ने दावा किया है कि इमरान खान को नवाज शरीफ और पीएमएल (एन) के खिलाफ देशद्रोह मामले के दर्ज होने की जानकारी नहीं थी। फवाद चौधरी ने दावा किया कि इमरान खान इससे खुश नहीं हैं। फवाद के मुताबिक, इमरान खान ने कहा कि उनकी पार्टी कभी भी देशद्रोह के मुकदमे का इस्तेमाल नहीं करती है बल्कि ये शरीफ की सरकार के वक्त की रणनीति रही है।

Share:

Next Post

मप्र में कांग्रेस के सभी गुट खत्म, कमलनाथ का एक छत्र राज

Tue Oct 6 , 2020
उपचुनाव में नजर नहीं आई गुटबाजी भोपाल। प्रदेश में खेमों में बंटी रहने वाली कांग्रेस में इन दिनों गुटबाजी नजर नहीं आ रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस की कमान पूरी तरह से कमलनाथ के हाथ में है। दिग्विजय सिंह, अरुण यादव, सुरेश पचौरी जैसे दिग्गज नेताओं […]