- कार्यवाही की बजाय संरक्षण दे रहे प्रशासनिक अफसर
- सरकारी खजाने को लगा रहे करोड़ों का राजस्व चूना
गुना। च्च्तहसीलदार के संरक्षण में पनप रहे माफियाज्ज् शीर्षक से 21 दिसंबर को प्रकाशित खबर के बाद भू माफियाओं में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है प्लाटों के खरीदार अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे हैं जिन लोगों की रजिस्ट्रीयां हो चुकी हैं वह अपने रुपए वापस लेने के लिए प्रयासरत हैं, खबर छपने के बाद राघोगढ़ तहसीलदार संतोष धाकड़ भू माफियाओं को हर तरह से दम दिलासा दिला रहे हैं कि मैं बैठा हूं कुछ नहीं होगा, दूसरी तरफ राघोगढ़ सब रजिस्टार राजीव ठाकुर के द्वारा उक्त जमीनों की रजिस्ट्री करने से साफ इनकार कर दिया है जिसके बाद अब माफियाओं को गुना जिला पंजीयक कार्यालय में संरक्षण मिल गया है, सूत्रों ने यह भी बताया कि कुछ रजिस्ट्रीयां गुना कार्यालय में विगत दिवस कराई गई हैं जिनमें मोटी राशि गुना के उप पंजीयक कार्यालय में पदस्थ जिम्मेदार अफसरों के द्वारा ली गए हैं।
जंगलों के सफेद कॉलोनी की बसाहट, जिम्मेदार मौन
बताया जाता है कि ग्राम खिरिया हल्का अहमदपुर की भूमि सर्वे क्रमांक 25/ 94/1/2/1, 25/94/1/2, 25 /94/2, 25/94/1/1/1, जो कि कंचन बाई, छोटी बाई पुत्रियां दौलत सिंह राजपूत जाति पिंजाड़ा, कलाबाई वेवा चंदन सिंह, कौशल्या बाई पुत्री चंदन सिंह, राजेंद्र सिंह,रूप सिंह, लेखसिंह पुत्रगण चंदन सिंह के नाम पर कृषि भूमि खाता दर्ज है जिसपर नामचीन भू माफियाओं के द्वारा तहसीलदार से सांठगांठ कर अवैध कॉलोनी बसाई जा रही है जिसमें लाखों रुपए के लेनदेन की चर्चा आम हो गई है। इस कृषि भूमि पर बगैर किसी सक्षम अधिकारी की अनुमति के कॉलोनी काटकर रजिस्ट्रीयां कराई जा रही हैं जिनके नामांतरण भी मोटी राशि लेकर हो रहे हैं। Share:
