भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

गैंगरेप के आरोपी रेलकर्मी ने पुलिस पर जमाई धौंस दूसरे ने घटना में शामिल होने से किया इंकार

  • डीआरएम ने दोनों इंजीनियरों को किया निलंबित, विभागीय जांच शुरू

भोपाल। भोपाल रेलवे स्टेशन के एक नंबर प्लेटफ ार्म में बने ऑफिसर्स रेस्ट हाउस में शनिवार दिन दहाड़े युवती से गैंगरेप करने वाले आरोपी पुलिस पूछताछ में सहयोग नहीं दे रहे हैं। एक पुलिस पर अपने रसूखदार संबंध बनाकर धौंस जमाने की कोशिश कर रहा है। वहीं दूसरा घटना में शामिल होने से ही इनकार कर रहा है। पुलिस दोनों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग कर सकती है। वहीं डीआरएम ने दोनों रेलवे के इंजीनियरों को निलंबित कर दिया है। दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार गैंगरेप का मुख्य आरोपी राजेश तिवारी पहले भी फ र्जीवाड़े के आरोप में बर्खास्त हो चुका है, लेकिन अपनी राजनीतिक व विभागीय पकड़ की वजह से वह बहाल हो चुका है। आरोपी राजेश तिवारी भोपाल रेलवे स्टेशन के पास सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया था, जिसे कुछ साल पहले ही खाली कराया गया था। पूछताछ में राजेश जीआरपी पर धौंस जमाता रहा। दूसरा आरोपी आलोक मालवीय तो घटना में शामिल होने से ही इंकार कर रहा, लेकिन उसकी शिनाख्त राजेश तिवारी के समय ऑफि सर्स रेस्ट हाउस में आते-जाते एक नंबर प्लेटफ ार्म में लगे सीसीटीवी कैमरे से हुई है। एसपी रेल हितेष चौधरी ने बताया कि करीब छह माह पहले उप्र के महोबा निवासी 22 वर्षीय युवती से फेसबुक के जरिए राजेश का परिचय हुआ था। जिसके बाद आरोपी ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर पीडि़ता को यहां बुलाया और साथी के साथ मिलकर बुलात्कार किया। राजेश तिवारी वर्तमान में डीआरएम ऑफि स में से$फ्टी काउंसलर पद पर कार्यरत है। वह सीनियर सेक्शन इंजीनियर, मेंटेनेंस (मैकेनिकल) है। वहीं दूसरा आरोपी आलोक मालवीय इलेक्ट्रिकल्स विभाग में सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर पदस्थ है। इधर रेलवे के दोनों अधिकारियों के खिलाफ शनिवार रात गैंगरेप का मामला दर्ज होने के बाद दोनों अधिकारियों को डीआरएम ने निलंबित कर दिया है। डीआरएम ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। बताया जाता है कि रेलवे ने जांच के लिए एक टीम का गठन भी किया है। डीआरएम ने दोनों अधिकारियों के खिलाफ जल्द जांच पूरी करने के निर्देश भी दिए हैं। आज दोनों आरोपियों का मेडिकल कराने के साथ कोरोना जांच कराई जाएगी, इसके बाद दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया जाएगा।

तिवारी ने खुलवाया था रेस्ट हाउस
पीडि़ता ने जीआरपी को बताया कि वह महोबा से चलकर शनिवर सुबह सात बजे भोपाल रेलवे स्टेशन पहुंची थी,जहां राजेश तिवारी ने रेस्ट हाउस का दो नंबर कमरा खुलवाया और उसे ठहरा दिया। सुबह ग्यारह बजे के करीब आरोपी अपने एक दोस्त के साथ कोल्ड ड्रिंक्स लेकर आया। युवती ने कहा कि तिवारी ने कोल्ड ड्रिंक्स पीने को दिया, वह पीते ही अचेत हो गई। इसके बाद दोनों आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे बदहवाश हालत में छोड़कर फ रार हो गए। दोपहर करीब सवा बजे युवती ने जीआरपी को सूचना दी थी।

कर्मचारी संगठन से राजनीति करते हैं दोनो आरोपी
गैंगरेप का मुख्य आरोपी राजेश तिवारी शातिर है। वह रेलवे कर्मचारी संगठन का वर्षों से पदाधिकारी है। दूसरा आरोपी आलोक मालवीय भी कर्मचारी संगठन से जुड़ा है। दोनों अधिकारी कर्मचारी संगठन से जुड़े होने के कारण छोटे कर्मचारियों पर उबाव बनाकर ऑफि सर्स रेस्ट हाउस के दोनों कमरे में जब मन होता था, आते जाते रहते थे। कल शनिवार को भी ऐसा ही हुआ। एसपी रेल चौधरी ने बताया कि युवती की कुछ दिनों से राजेश तिवारी से मोबाइल पर बात हो रही थी। युवती ने नौकरी की इच्छा व्यक्त की तो राजेश तिवारी ने उसकी अच्छी नौकरी लगवाने के नाम पर भोपाल बुला लिया।

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