नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 22 मार्च से पैसेंजर ट्रेनों और मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था। फेस्टिव सीजन को देखते हुए भारतीय रेलवे की तरफ से जल्द करीब 100 और ‘स्पेशल ट्रेन’ जो इंटरस्टेट चलेंगी और इंफ्रास्टेट चलाने की घोषणा हो सकती है। अभी रेलवे केवल 230
‘स्पेशल ट्रेन’ चला रहा हैं जिनमें 30 राजधानी भी शामिल हैं। रेल मंत्रालय को गृह मंत्रालय से अनुमति का इंतजार है।
यात्रियों की डिमांड और कोविड के हालात को देखते हुए ट्रेनें चलाई जानी थीं, मगर बार-बार प्लान स्थगित कर दिया गया। अब जब केंद्र सरकार ने अनलॉक 4 के तहत सितंबर के दूसरे हफ्ते से मेट्रो रेल सेवाएं शुरू करने की अनुमति दे दी है तो बड़े पैमाने पर वर्कफोर्स एक जगह से दूसरी जगह जाएगी। जिन स्थानों जिसका उपयोग यात्रियों द्वारा ज्यादा किया जाता है उसकी सफाई लगातार सैनिटाइजर युक्त पानी से की जा रही है। ट्रेनों में बाथरूम, सीट और हैंडल की लगातार सफाई की जा रही है। वेस्टर्न रेलवे ने कई ट्रेनों मे यात्रियों की सुविधा और अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए कई ट्रेनों मे स्थाई रूप से अतिरिक्त कोच जोड़े जाने का फैसला किया है।
कोरोना के चलते 1.78 करोड़ टिकट कैंसिल
आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसत रेलवे ने कोरोना वायरस महामारी के चलते इस साल मार्च से 1.78 करोड़ से ज्यादा टिकट रद्द किए हैं। पीटीआई के अनुसार, इसी दौरान 2,727 करोड़ रुपये की रकम वापस की गई। रेलवे ने 25 मार्च से ही अपनी यात्री ट्रेन सेवाएं स्थगित कर दी थी।