गोंदिया। गोंदिया जिले में देर रात अचानक बादल फटने जैसी गड़गड़ाहट और तेज बिजली चमकने की आवाज के साथ झमाझम बारिश शुरू हो गई, इस भीषण बारिश से अब जिले में हर तरफ तबाही का मंजर है। यहां 245 मिमी. भयावह बारिश हुई जिसे बादल फटने जैसा ही बताया जा रहा है, गोंदिया शहर के हालात भी अब भयावह नजर आ रहे हैं, जिसे देखते हुए सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं।
शहर को गांव से जोड़ने वाली कई मुख्य सड़क बंद कर दी गईं हैं, बाढ़ ग्रस्त इलाकों तक राहत का सामान आपदा प्रबंधन विभाग की टीम द्वारा पहुंचा जा रहा है। वहीं, महाराष्ट्र से छत्तीसगढ़ को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-6 का देवरी चेक पोस्ट में पानी में डूब चुका है, यहां के बाघ नदी पुल पर 4 फीट पानी चढ़ आया जिसमें एक पेट्रोल टैंकर चालक पुल पार करने की कोशिश के दौरान टैंकर के साथ पानी में बह गया।
गोंदिया शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई है। हर मोहल्ला पूरी तरह जलमग्न है। शहर के रानी अवंती चौक, न्यू लक्ष्मी नगर, बैंक कॉलोनी, महावीर कॉलोनी कुड़वा, गणेश नगर, सेल टैक्स कॉलोनी, संताजी नगर जैसे इलाकों के घरों में घुटनों तक पानी घुस गया है। जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई है और जनजीवन खासा प्रभावित है।
शहर के रिंग रोड स्थित रानी अवंती बाई चौक का यह इलाका जलमग्न है, निजी सहयोग हॉस्पिटल का ग्राउंड फ्लोर पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। अस्पताल के वार्ड से लेकर हर तरफ घुटने तक पानी ही पानी है। यहां उपचार करवा रहे मरीज के बिस्तर तक पानी पहुंच चुका है। कमोबेश यही स्थिति सिविल लाइन के शासकीय बाई गंगाबाई जिला महिला अस्पताल की बनी हुई है, इस सरकारी अस्पताल में उपचार ले रहे हैं मरीजों पर आफत टूट पड़ी है, भारी बारिश के कारण स्वास्थ्य सेवाओं पर खासा असर पड़ा है।
शहर के फूलचुर इलाके में होंडा शोरूम के सामने स्थित रामेश्वरम कॉलोनी में नाले से सटकर बना एक दो मंजिला मकान भूस्खलन के कारण धाराशाही होकर नाले में जा समाया। गोंदिया दमकल विभाग के अधिकारी लोकचंद भंडारकर ने जानकारी देते बताया कि घटना दुर्गा पोहा वाला दुकान के पीछे सुबह 6 से 6:30 बजे के दरमियान घटित हुई, आनन फानन में अग्रवाल बजाज परिवार ने सूचना नगर परिषद दमकल विभाग को दी गई। राहत बचाव कार्य के दौरान दो मंजला मकान के मलबे में फंसे 30 वर्षीय युवक के शव को बाहर निकाल लिया गया है जबकि घर में मौजूद उसकी मां अभी भी लापता है।
गनीमत रही कि मृतक युवक के पिताजी सुबह सवेरे घर से बाहर निकल गए अन्यथा वे भी हादसे का शिकार हो जाते। घर गृहस्थी का सामान कुछ मलबे में दबा है। वहीं, कुछ फर्नीचर, सोफा टेबल, सिलेंडर, फ्रिज, बाल्टी, जर्मन डब्बे, कपड़े फुलचुर नाले में आई बाढ़ में बह गए है। जिला आपदा प्रबंधन विभाग तथा दमकल विभाग की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved