गंजबासौदा। डोल ग्यारस पर मंगलवार को भगवान के डोल सजाकर निकाले गए। इस दौरान शहरवासियों ने उत्साह और उमंग के साथ डोलों में सजे बालमुकुन्द कान्हा के दर्शन किए। आरती कर प्रसादी ग्रहण की गई। मंगलवार को शाम होते ही शहर की सड़कों पर भक्ति और आस्था का अलग ही सागर उमड़ पड़ा। लोगों ने पूरी श्रद्धा भाव से भगवान के दर्शन किए एवं उत्साह के साथ भगवान की आरती उतारकर स्वागत भी किया गया।
सनातन धर्म समिति ने किया आयोजन
मंगलवार को डोल ग्यारस के अवसर पर गांधी चौक स्थित श्रीराम-जानकी मंदिर से श्री शीतला मंदिर तक डोल ग्यारस का चल समारोह निकाला गया। इस मौके पर समिति के अध्यक्ष राजेश माथुर एवं सचिव शिव प्रसाद श्रीवास्तव व समिति सदस्यों ने डोल ग्यारस चल समारोह, आयोजन किया गया। समिति के नेतृत्व में चल समारोह निकाला गया, जिसमें भगवान डोल में सजाकर निकाले गए। गांधी चौक से लेकर श्री शीतला शक्ति धाम मंदिर तक चल समारोह निकाला गया।
मंदिरों में पूजन पाठ
मंगलवार को परम्परा अनुसार भगवान श्रीकृष्ण मंदिरों में डोल ग्यारस, जलझूलनी ग्यारस के मौके पर सुबह से ही वैष्णव सम्प्रदाय के भक्तों ने पूजन पाठ, हवन पूजन और भगवान के डोलों को सजाने की तैयारी शुरू कर दी थी। इस दौरान लोगों ने ब्रत रखकर भगवान को दिन समर्पित किया गया।
सात कुंभों पर विराजे भगवान विष्णु
मंदिरों को रोशनी से सजाया गया था, वहीं श्रद्धालु महिलाओं और पुरुषों ने डोल ग्यारस के मौके पर मंदिरों एवं घरों में सात प्रकार के मिट्टी से बने कुंभ तैयार कर उसमें सात प्रकार के अन्न को रखा गया। इनमें गेहूं, चावल, चना, मसूर, उड़द और मूंग को रखा गया था। इस पर भगवान विष्णु की प्रतिमा को रखकर पूजन पाठ किया गया।