वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीय मूल की प्रतिष्ठित वकील हरमीत ढिल्लन, रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (RNC) की चेयरवूमन पद की रेस में हैं। इस बीच हरमीत ढिल्लन ने आरोप लगाया है कि उनकी सिख धर्म में आस्था के चलते उन्हें भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है। हरमीत ढिल्लन ने आरोप लगाया कि उनकी धार्मिक आस्था के चलते रिपब्लिकन नेताओं द्वारा उन पर कट्टर हमले किए जा रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा है कि वह ऐसे हमलों से डरने वाली नहीं और लड़ाई जारी रखेंगी। बता दें कि हरमीत ढिल्लन कैलिफोर्निया रिपब्लिकन पार्टी की पूर्व सह-अध्यक्ष रह चुकी हैं और अब रिपब्लिकन नेशनल कमेटी की चेयरवूमन पद का चुनाव लड़ रही हैं। इस पद के लिए हरमीत ढिल्लन का मुकाबला रोना मैक्डैनियल के साथ है।
हरमीत ढिल्लन ने एक ट्वीट करते हुए लिखा कि वह ये साफ कर देना चाहती हैं कि कोई भी धमकी, कट्टरपंथी हमला उन्हें या उनकी टीम को नहीं डिगा सकता है। ढिल्लन ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि मेरी टीम के एक सदस्य ने रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के सबसे महंगे वेंडर को लेकर सवाल उठाए तो उन्हें धमकी मिली है। रिपब्लिकन नेशनल कमेटी के चेयरपर्सन का चुनाव आगामी 27 जनवरी को होना है। बता दें कि रिपब्लिकिन नेशनल कमेटी एक राजनीतिक कमेटी है, जो कि अमेरिका की रिपब्लिकन पार्टी की गवर्निंग बॉडी है। रिपब्लिकन पार्टी को बतौर ब्रांड प्रमोट करना और पार्टी के फंड इकट्ठा करना और चुनावी रणनीति बनाने का काम करती है।
हरमीत ढिल्लन ने अपने एक बयान में कहा है कि रिपब्लिकन पार्टी को लॉबिस्ट, कंसल्टेंट्स और ऐसे लोगों से मुक्त करना है जो पार्टी को अपनी मन मर्जी से चलाते हैं। पॉलिटिको अखबार के साथ बातचीत में ढिल्लन ने कहा कि उनके विरोधी उनकी धार्मिक आस्था को लेकर उन्हें निशाना बना रहे हैं और इसे मेरे खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि ढिल्लन की विरोधी और रिपब्लिकन नेशनल कमेटी की पूर्व चेयरवूमन मैक्डैनियल ने धार्मिक आस्था को लेकर निशाना बनाने की निंदा की। उन्होंने कहा कि हम आस्था, परिवार और आजादी वाली पार्टी हैं और हमारे यहां ऐसे हमलों के लिए कोई जगह नहीं है। मैक्डैनियल ने कहा कि एक अल्पसंख्यक होने के नाते मैं ऐसे हमलों की निंदा करती हूं।
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