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Rishi Kapoor Birth Anniversary : ऋषि कपूर को कुछ और बनाना चाहते थे राजकपूर, जाने कैसे हुई फिल्‍मी कैरियर की शुरूआत

नई दिल्ली (New Delhi) । आप लोगों में से ज्यादातर लोग राजकपूर (Raj Kapoor) के सबसे छोटे बेटे व फिल्म जगत के चॉकलेटी हीरो ऋषि कपूर (actor rishi kapoor) के बारे में ज्यादातर लोग यही जानते हैं कि वह पहली बार ‘मेरा नाम जोकर’ में राजकपूर के बचपन का रोल करते हुए पर्दे पर दिखे थे. लेकिन यह जानकारी गलत है. राजकपूर ने इसके भी बहुत पहले इनको पर्दे पर दिखने का मौका दिया था. जिसमें वह एक गाने के सीन में दिखायी दिए थे. तभी से उनका फिल्मी सफर शुरू हो गया था. ऋषि कपूर 4 सितंबर 1952 को मुबंई में पैदा हुए थे. ऋषि कपूर के जन्मदिन (birthday) के अवसर पर उनसे जुड़ी खास बातें है, जिसे आप जानना चाहेंगे.

पर्दे पर पहली बार
ऋषि कपूर को पहली बार कोई रोल ‘श्री 420’ फिल्म में मिला था. इस फिल्म में उनके पिता राज कपूर मुख्य भूमिका निभा रहे थे और फिल्म की हिरोइन नरगिस थीं. ऋषि इस फिल्म के लोकप्रिय गीत ‘प्यार हुआ, इकरार हुआ’ गाने की शूटिंग के दौरान बारिश में दो और बच्चों के साथ भीगते हुए दिखाई दिए थे. ऐसा कहा जाता है कि फिल्म की हिरोइन नरगिस दत्त ने उन्हें गाने के सीन करने पर चॉकलेट देने का वायदा किया था, जिसके बाद उन्होंने हामी भरी थी. इसके बाद ऋषि कपूर ‘मेरा नाम जोकर’ व ‘यादों की बारात’ फिल्म में बाल कलाकार के रुप में दिखे थे.


मजबूरी में बने थे हीरो
इसके बाद राजकपूर ने ‘बॉबी’ में इन्हें लीड रोल में पर्दे पर लॉंच किया. 1973 में बनी ‘बॉबी’ में डिम्पल कपाडिया और राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने तहलका मचा दिया. यह उस साल की सबसे हिट फिल्म मानी जाती है. लेकिन ऋषि कपूर को राजकपूर ने मजबूरी में इस फिल्म उतारा था. पहले तो राजकपूर राजेश खन्ना को लेकर यह फिल्म बनाना चाहते थे. इसके लिए राज कपूर ने जब राजेश खन्ना से बात की तो उनकी फीस सुन कर अपना इरादा बदल दिया. वह इतने अधिक पैसे देने की स्थिति में नहीं थे. ‘मेरा नाम जोकर’ और ‘कल आज और कल’ जैसी दो फिल्मों के न चलने से वह टूट चुके थे. इसीलिए वह ऋषि कपूर को मजबूरी में एक्टर के तौर पर लॉंच किया.

ऐसा है फिल्मी सफरनामा
ऋषि कपूर ने अपने फिल्मी करियर की 51 फिल्मों में बतौर सोलो हीरो काम किया था, जिसमें से सिर्फ 11 सुपरहिट रहीं. इसके साथ साथ कई फिल्में तो म्यूजिकल हिट भी रही हैं. इसके साथ साथ उन्हें दो हीरो वाली 41 फिल्मों में भी काम करने का मौका मिला, जिनमें से सिर्फ 13 में उनकी लीड भूमिका थी. इनमें से भी कई फिल्मों ने तहलका मचाया. ये फिल्में हैं…’खेल-खेल में’, ‘कभी कभी’, ‘हम किसी से कम नहीं’, ‘बदलते रिश्ते’, ‘आप के दीवाने’, ‘सागर’, ‘अजूबा’, ‘चांदनी’, ‘दीवाना’, ‘दामिनी’, ‘गुरुदेव’, ‘दरार’, ‘कारोबार’. उनकी आखिरी रोमांटिक फिल्म ‘कारोबार’ थी.

फिल्मी पर्दे पर ऋषि की पत्नी नीतू कपूर के साथ उनकी जोड़ी खूब सराही गयी. दोनों ने तकरीबन 12 फिल्मों में साथ किया. इनकी जोड़ी बॉलीवुड की सबसे हिट जोड़ियों में से एक मानी जाती थी. दोनों ने ‘खेल खेल में’, ‘कभी कभी’, ‘अमर अकबर एंथनी’, ‘दुनिया मेरी जेब में’ समेत कई हिट फ़िल्मों में काम किया.

साइड रोल में दिखाया जलवा
बीच में कई सालों तक काम बंद करने के बाद साल 2000 के बाद ऋषि कपूर ने फिल्मों में दोबारा वापसी की, लेकिन अक्सर सपोर्टिंग रोल्स में ही नजर आते रहे. इस दौर में उन्होंने ‘ये है जलवा’, ‘हम तुम’, ‘फना’, ‘नमस्ते लंदन’, ‘दिल्ली-6’, ‘लव आज कल’, ‘दो दूनी चार’, ‘पटियाला हाउस’, ‘अग्निपथ’, ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’, ‘हाउसफुल 2’, ‘जब तक है जान’, ‘चश्मे बद्दूर’, ‘डी-डे’, ‘बेशर्म’, ‘शुद्ध देसी रोमांस’, ‘कपूर एंड संस’, ‘पटेल की पंजाबी शादी’, ‘मुल्क’, ‘102 नॉट आउट’ और ‘राजमा चावल’ जैसी फिल्में कीं. इन सभी फिल्मों में ऋषि कपूर के रोल को सराहा गया. ‘शर्मा जी नमकीन’ उनकी आखिरी फिल्म साबित हुई. यह फिल्म उनके निधन के दो साल बाद रिलीज हो पायी थी. ऋषि कपूर ने फिल्म ‘अग्निपथ’ में खलनायक के किरदार को निभाकर सबको हैरान कर दिया था. इसके लिए ऋषि कपूर को आईफा बेस्ट निगेटिव रोल के अवॉर्ड से भी नवाजा गया.निर्देशक के रुप में फेल

‘आ अब लौट चलें’ नाम की फिल्म में उन्होंने निर्देशन में भी हाथ आजमाया और अक्षय खन्ना और ऐश्वर्या राय जैसे कलाकारों को मुख्य भूमिका में काम करने का मौका दिया. हालांकि फिल्म पर्दे पर अधिक चल नहीं सकी.

अमिताभ के साथ जोड़ी
आप सबको याद होगा कि साल 1976 में सबसे पहले ऋषि कपूर ने अमिताभ बच्चन के साथ सुपरहिट फिल्म ‘कभी-कभी’ में काम किया था. ऋषि का रोल छोटा था, लेकिन काफी पसंद किया गया. इसके बाद 1977 में ‘अमर अकबर एंथनी’ में ऋषि ने अमिताभ के छोटे भाई अकबर इलाहाबादी का किरदार निभाया था. इसके बाद ऋषि कपूर और अमिताभ ने 1981 में ‘नसीब’, 1983 में ‘कुली’ और 1991 में ‘अजूबा’ जैसी फिल्म में साथ साथ काम किया. 2018 में वे ‘102 नॉटआउट’ फिल्म में अमिताभ के साथ दिखाई दिए. यह कॉमेडी-ड्रामा फिल्म थी, जिसमें ऋषि कपूर और अमिताभ 27 साल बाद दिखे थे. इस फिल्म में ऋषि पहली बार अमिताभ के बेटे की भूमिका निभायी थी.ऋषि कपूर की दो संतानें हैं, जिसमें रणबीर कपूर जो हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेताओं में शुमार हैं, जबकि बेटी रिद्धिमा कपूर एक ड्रैस डिजाइनर हैं. आलिया भट्ट इनकी पुत्रवधु है.

साल 2018 में उन्हें कैंसर जैसी बीमारी का पता चला था, जिसके बाद लगभग एक वर्ष तक न्यूयॉर्क में उनका इलाज चलता रहा. इस दौरान वह सीमित फिल्मों में काम करते देखे गए. दो वर्षों तक चली पीड़ा के बाद ऋषि कपूर की 30 अप्रैल 2020 को बोन मैरो कैंसर के चलते 67 वर्ष की आयु में मृत्यु हो गयी. उन्होंने मुम्बई के एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में आखिरी सांस ली. इस दौरान वह अपनी फिल्म ‘शर्माजी नमकीन’ की शूटिंग कर रहे थे.

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