अब ऋषभ गृह निर्माण की जांच कराएगा प्रशासन… पूरा कुनबा ही शामिल…
इंदौर। रसूखदारों में शामिल संघवी परिवार पर दर्ज एफआईआर के चलते भूमाफियाओं के खिलाफ शुरू की गई मुहिम चर्चा में आ गई। दिग्गी राज में एलआईजी के पास स्थित विशालकाय राज टॉवर (Raj Tower) को तत्कालीन कलेक्टर मनोज श्रीवास्तव (Manoj Shrivastava) ने ध्वस्त करवाया था और अब कलेक्टर मनीष सिंह (Manish Singh) ने संघवी परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। राज टॉवर के बाद संघवी परिवार पर पुलिस-प्रशासन का यह दूसरा बड़ा हमला है। अब ऋषभ गृह निर्माण सहित अन्य उन संस्थाओं की भी जांच शुरू होगी, जिसमें संघवी परिवार शामिल है।
अयोध्यापुरी (Ayodhyapuri) में सिम्प्लेक्स कम्पनी ने जो 4 एकड़ जमीन के मामले में संघवी परिवार को घेरा गया। सालों से शहर के जमीनी कारोबार में सुरेन्द्र संघवी का दबदबा रहा है और उसके बाद गृह निर्माण संस्थाओं की जमीनों पर भी जिन भूमाफियाओं ने कब्जे किए उन्हें भी संरक्षण मिलता रहा। लगभग 22 साल पहले दिग्गी राज में राज टॉवर को जमींदोज किया गया था। उसके बाद संघवी परिवार पर यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। पूर्व कांग्रेस सरकार में तो संघवी परिवार और भी ताकतवर हो गया था। तत्कालीन मुख्य सचिव से निकटता के अलावा कांग्रेस के लिए करोड़ों रुपए का चंदा भी इकट्ठा किया गया। अभी जब माफियाओं के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने अभियान शुरू करवाया तो चर्चा यही थी कि क्या इस बार चर्चित चेहरे आरोपी बनेंगे..? मगर कलेक्टर मनीष सिंह ने दबंगता ुिदखाते हुए दस्तावेजों की गहन जांच-पड़ताल करवाकर दीपक मद्दे से लेकर अन्य उन भूमाफियाओं के खिलाफ सबूत जुटाए जो पूर्व के अभियानों में साफ बचते रहे। अभी अयोध्यापुरी के पीडि़तों ने भी भूमाफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोला, तो उन्हें भी डराने-धमकाने की शुरुआत की गई, जिसमें दीपक मद्दा मुखर रहा। सिम्प्लेक्स इन्वेस्टमेंट एंड मेगा फाइनेंस कम्पनी ने 2007 में सदस्यों की रजिस्ट्री की हुई 4 एकड़ जमीन खरीद ली, जिसमें रणवीरसिंह सुदन ने यह सौदा करवाया और कम्पनी की ओर से मुकेश खत्री ने डील की, जिसे पुलिस ने अभी गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में दीपक मद्दे के अलावा पुष्पेन्द्र नीमा, दिलीप जैन, मुकेश खत्री प्रतीक संघवी को भी आरोपी बनाया गया है। अब प्रशासन संघवी से जुड़ी ऋषभ गृह निर्माण सहित अन्य संस्थाओं की भी जांच करेगा। ऋषभ गृह निर्माण में पूरा संघवी कुनबा ही जुड़ा है। अध्यक्ष प्रतीक, उपाध्यक्ष पत्नी, तो संचालक भी संघवी परिवार के ही लोग हैं। कनाडिय़ा, खजराना, बिचौली मर्दाना और खजरानी में संस्था की 20 एकड़ से अधिक जमीन है और किसी सदस्य को आज तक प्लाट नहीं मिले।
Share: