इन्दौर। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकरणों को देखते हुए प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी हर रविवार को बंद रहेगी। इस दौरान अगर कोई दुकान खुली नजर आई तो दुकान संचालक को 11 हजार रुपए का दंड भरना पड़ेगा। इतना ही नहीं, व्यापारी एसोसिएशन ने यह भी निर्णय लिया है कि मंडी के अंदर खेरची व्यापार अब नहीं होने देंगे।
कोरोना वायरस के प्रकरण लगातार बढ़ते जा रहे हैं, जिसके चलते शहर के अधिकांश बड़े व्यापारी क्षेत्रों की एसो. ने अब स्वैच्छिक लॉकडाउन का निर्णय लिया है। इसके चलते शनिवार-रविवार को व्यापार बंद रखने के साथ अन्य दिनों में शाम छह बजे दुकानें बंद करने का भी निर्णय लिया है। इसी तरह चोइथराम मंडी की भी तमाम एसो. के पदाधिकारी एकजुट हुए और निर्णय लिया कि मंडी 15 अक्टूबर तक हर रविवार को बंद रखी जाएगी। इनमें फल मंडी, सब्जी मंडी, आलू-प्याज, लहसुन मंडी शामिल हैं। फल व्यापारी एसो. के प्रकाश परिडवाल के अनुसार इस दौरान व्यापारी एसो. के पदाधिकारी यह भी निगरानी रखेंगे कि मंडी में भीड़ इकट्ठा न हो और खेरची व्यवसाय भी यहां से संचालित न हो। थोक सब्जी व्यापारी आनंद भिलवारे, गौरव चौहान ने बताया कि सब्जी व्यापारी एसो. ने यह भी निर्णय लिया है कि रविवार को स्वैच्छिक लॉकडाउन के दौरान अगर कोई व्यापारी अपनी दुकान खोलता है या व्यापार संचालित करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे 11 हजार रुपए का दंड भी भरना पड़ेगा। साथ ही उसकी एसो. से सदस्यता समाप्त करने के साथ मंडी प्रशासन से उसका लाइसेंस निरस्त करने की भी अनुशंसा की जाएगी।
दो अनाज मंडियों में आज से हड़ताल
इधर नए मॉडल मंडी एक्ट के विरोध में आज से प्रदेश की 272 मंडियों में व्यापारियों ने हड़ताल की घोषणा की है। एक्ट के विरोध में शहर की संयोगितागंज और लक्ष्मीबाईनगर अनाज मंडी में भी हड़ताल रहेगी। व्यापारी एसो. के पदाधिकारियों के अनुसार एक्ट के विरोध में प्रदेश के 90 हजार से अधिक लोग हड़ताल पर रहेंगे।