भोपाल । कोरोना संक्रमण (Corona infection) काल में अस्थाई स्वास्थ्यकर्मियों (Temporary health workers) को प्रशासन ने प्रदेश सरकार के आदेश पर सेवा देने के लिए बुलाया था। जिनकी समयावधि 30 जून तक है। उसके बाद उन्हें एक बार फिर बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा, जिसको लेकर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा तीन दिन पूर्व अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की गई थी। गुरुवार को तीसरे दिन उन्होंने सड़कों पर पीपीई किट (PPE Kit) पहनकर भीख मांगी, हालांकि सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया जिसके बाद हड़ताल खत्म हो गई।
बता दें कि अस्थाई स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा की जा रही हड़ताल को लेकर स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के साथ बैठक के बाद कर्मचारी संघ ने इसका ऐलान किया। बैठक में मिले आश्वासन पर इन कर्मचारियों ने फिलहाल 15 जून तक हड़ताल स्थगित की है। अगर सरकार ने तब तक मांगें पूरी नहीं कीं तो 16 जून तक का अल्टीमेटम दे दिया है। इस संबंध में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र सिंह भदौरिया का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी के साथ हुई बैठक में जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने का आश्वासन मिला है। मंत्री के आश्वासन के बाद अब 15 दिन के लिए हड़ताल को फिलहाल टाल दिया गया है।
वहीं उज्जैन में हड़ताल कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा भीख मांगने की जानकारी चरक भवन पहुंचे कलेक्टर आशीष सिंह को लगी तो उन्होंने उनसे मुलाकात की और कहा कि आपकी मांग प्रदेश सरकार तक पहुंचाई जाएगी। आपका सहयोग कोरोना काल में महत्वपूर्ण रहा है। गौरतलब है कि हड़ताल के पहले दिन स्वास्थ्यकर्मियों ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महावीर खंडेलवाल को ज्ञापन सौंपा था। वहीं कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर भी ज्ञापन देते हुए गूंगी-बहरी सरकार को जगाने का काम किया था। इस बीच स्वास्थ्यकर्मी दक्षिण और उत्तर के विधायक से भी मिले थे लेकिन उनकी नाराजगी दक्षिण विधायक के बयान पर बनी हुई है।
विदित हो कि मध्य प्रदेश के 19 हज़ार से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी कोरोना संकट काल में कोविड वॉर्ड, अस्पताल और कोविड केयर सेंटर्स में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कर्मचारी आधे वेतन में काम कर रहे हैं। ड्यूटी के दौरान इनमें से कई को कोरोना भी हो गया। सामान्य प्रशासन विभाग ने संविदा कर्मचारियों को प्रतिशत वेतनमान देने के निर्देश दिए हैं। सभी विभागों को प्रतिशत वेतनमान दिया जा रहा है। NHM के संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अभी भी आधे वेतन पर काम कर रहे हैं। ऐसे में सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने सीएम शिवराज सिंह चौहान, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग और स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी को पत्र लिखकर प्रतिशत वेतनमान देने की मांग की थी।