खरी-खरी

वैभवशाली परम्पराओं के बीच ऐसे गूंजे सादगी के सुर

क्या यह जरूरी था महामहिम… दो दिन पहले आपको किसी मंदिर में झाड़ू लगाते, एक साधारण से घर में रहते और आम लोगों के बीच गुजर-बसर करते देखा था तो लगा था देश एक बार फिर गांधी-शास्त्री की सादगी को सर्वोच्च पद पर निहारेगा…लेकिन कल केवल आपके शपथ समारोह के लिए सेना के तीनों अंगों […]