नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल आषाढ़ मास (ashadh month) की पूर्णिमा तिथि को गुरु पूर्णिमा(Guru Purnima ) का पर्व मनाया जाता है. इस साल 2022 में गुरु पूर्णिमा का पर्व 13 जुलाई को पड़ रहा है. गुरु पूर्णिमा का पर्व महर्षि वेदव्यास (Maharishi Ved Vyas) के जयंती के रूप में मनाया जाता है. हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार, इसी तिथि को वेदों के रचयिता वेदव्यास का जन्म हुआ था.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वर्ष 2022 की गुरु पूर्णिमा पर ग्रहों के राजा सूर्य, ग्रहों के राजकुमार बुध और शुक्र ग्रह तीनों मिथुन राशि(Gemini) में विराजमान होकर एक अत्यंत शुभ लाभदायक योग का निर्माण करेंगे. इस योग को ज्योतिष में त्रिग्रही योग कहते हैं. इस बेहद शुभ योग के कारण मिथुन वृष और धनु राशि (Taurus and Sagittarius) के जातकों को भरपूर लाभ होने वाला है.
मिथुन राशि:
गुरु पूर्णिमा पर बन रहे त्रिग्रही योग के कारण इस राशि के जातकों के लिए यह समय अति शुभ लाभ दायक होगा. इन्हें भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. करियर में तरक्की होगी. व्यापार में लाभ मिलेगा. इनकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी. इन्हें कहीं से कोई शुभ समाचार मिलने के योग बने है.
वृष राशि:
गुरु पूर्णिमा पर बन रहे इस शुभ संयोग से वृषभ राशि के लोगों के जीवन में शुभ बदलाव होंगे. समाज में मान- सम्मान में वृद्धि होगी. उधार दिया हुआ या काफी दिनों से रुका पैसा वापस मिलेगा. जो लोग अविवाहित हैं उनके लिए विवाह का प्रस्ताव आयेगा.
धनु राशि:
धनु राशि के जातकों के लिए यह गुरु पूर्णिमा बेहद खास होने वाली है. इस गुरु पूर्णिमा पर बन रहे त्रिग्रही योग से इस राशि के जातकों को नौकरी मिलने की प्रबल संभावना है. इस राशि के योग्य लोगों को सरकारी नौकरी भी मिल सकती है. इनकी आर्थिक स्थिति बेहतर होगी. जो लोग व्यापार कर रहें हैं उनके मुनाफे में वृद्धि होगी.
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं हम इसकी जांच का दावा नहीं करते हैं. इन्हें अपनाने से पहलें संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.
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