इन्दौर। कोरोनाकाल (Corona period) में मां और दादी को खो चुकी तीन बहनों के सिर से अब बाप का साया भी उठ गया। तीन दिन पूर्व बिचौली मर्दाना क्षेत्र में हुई हत्या (murder) के मामले में बाप गिरफ्तार होकर जेल चला गया और बहनें अकेली पड़ गईं। अब उनकी कैसे होगी देखभाल। यह दृश्य देख खुद पुलिस अधिकारी (police officer) भी अचंभित है। जहां लॉकअप (lockup) में वह हत्या के बाद पश्चाताप कर रहा था दिनेश मिश्रा, वहीं तीनों नाबालिग बहनें रो रोकर उनका हाल था बेहाल। चाचा बार-बार उन्हें समझाने का प्रयास करता रहा।
ये कहानी है सांई श्रद्धाश्री कॉलोनी (Shraddhashree colony) के गिट्टी रेती व्यापारी दिनेश मिश्रा की, जिसने गत दिवस एक महिला भागवंतीबाई की गला घोटकर हत्या कर दी थी और बाद में उसके शव (dead body) को बिचौली मर्दाना ब्रिज के पास खेत में फेंक गया था। महिला मूलत: बड़वानी की रहने वाली थी और एक दिन दिनेश के घर में रुकी थी और उसी दौरान उसने शारीरिक संबंध (physical relationship) बना लिये थे और महिला ने जब उस पर शादी का दबाव बनाया तो बदनामी के डर से उसने उसकी हत्या कर दी थी। दिनेश की पत्नी और मां की मार्च 2021 में कोरोना की बीमारी से मौत हो गई थी। दिनेश की तीनों बेटी की उम्र क्रमश: 8, 11, 16 की है। बड़ी बेटी का कहना है कि पापा ने ऐसा गलत कदम क्यों उठाया। वहीं बाप भी लाकअप में पुलिस अधिकारियों के सामने गिड़गिड़ाता रहा। टीआई जगदीशप्रसाद झमरे का कहना है कि दिनेश का एक भाई फिलहाल बच्चों (children) की देखभाल कर रहा है, लेकिन भविष्य क्या होगा, यह कोई नहीं जानता। आज सुबह आरोपी को जेल (jail) भेज दिया गया।
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