भोपाल न्यूज़ (Bhopal News)

फील्ड में कमजोर कांग्रेस विधायकों के टिकट खतरे में

  • कर्नाटक फॉर्मूले पर टिकट बांटेगी पार्टी, हर सीट पर हो रहा सर्वे

भोपाल। कांग्रेस इस बार फिर जीत सकने वाले मौजूदा विधायकों के टिकट काटने की तैयारी में है। हर सीट पर सर्वे के आधार पर हर विधायक का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। सर्वे में जिस विधायक के खिलाफ लगातार रिपोर्ट आएगी उनका टिकट खतरे में आना तय है। कर्नाटक विधानसभा चुनावों में हुई जीत के बाद कांग्रेस मप्र में भी उसी फॉर्मूले पर चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही है। जानकारी के अनुसार हर सीट पर कई राउंड सर्वे करवाकर फीडबैक लिया जा रहा है। सभी 230 सीटों पर शुरुआती सर्वे करवा लिए गए हैं। आगे भी कई दौर के सर्वे होंगे। जिन विधायकों की जनता के बीच छवि खराब है और जीतने की हालत नहीं हैं, उनके टिकट काटे जाने की तैयारी है।

प्रोफेशनल एजेंसियों से सर्वे की शुरुआती रिपोर्ट
मप्र चुनावों के लिए प्रोफेशनल एजेंसी से सर्वे करवाया जा रहा है। सर्वे के आधार पर जिताऊ उम्मीदवारों की लिस्ट तैयार की जा चुकी है। जिन नेताओं के टिकट काटे जाने हैं उसकी एक शुरुआती लिस्ट तैयार कर ली गई है। हारने वाले उम्मीदवारों को सचेत भी कर दिया है और उन्हें फील्ड में मेहनत करने को कहा है। जानकारों का कहना है कि कांग्रेस ने मप्र में टिकट बांटने का कर्नाटक वाला फॉर्मूला अपनाने की तैयारी कर ली है। इस फॉर्मूले के अनुसार हर सीट पर पहले कई राउंड सर्वे करवाए जा रहे हैं। मौजूदा विधायक अगर हार रहा है तो उनके टिकट काटे जाएंगे। हारने वाले विधायकों को पहले से सचेत कर दिया गया है। सर्वे में हार रहे विधायकों से कहा गया है कि वे फील्ड में जनता के बीच अपना पर्सेप्शन सुधारें। आगे के सर्वे तक के लिए इन विधायकों के पास मौका है, अगर सुधार हो जाता है और आगे सर्वे में उनके पख में राय आ जाती है तारे टिकट नहीं कटेंगे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ पदाधिकारी का कहना है कि अभी सर्वे हो रहा है, उसमें किसी की ग्राउंड से रिपोर्ट खराब आती है तो उस पर संज्ञान लिया जाएगा। लोग कांग्रेस को वोट करना चाहते हैं। कुछ चुनिंदा लोग ऐसे हैं जिनकी सर्वे में रिपोर्ट ठीक नहीं है तो उनके बार में क्या कदम उठाया जा इस पर विचार किया जाएगा।


इस बार माइक्रो-मैनेजमेंट से लड़ा जाएगा चुनाव
सूत्रों का कहना है कि टिकट वितरण के प्रोसेस का लेयर में है। इसमें प्रभारी, सहप्रभारियों का फीडबैक होगा। लोगों का फीडबैक होगा। स्क्रीनिंग कमेटी का फीडबैक होगा। सर्वे होंगे, सर्वे के आधार पर ही हम कर्नाटक बेहतर तरीके से जीतकर आए हैं। हर सीट पर स्टडी की जा रही है। इस बार चुनाव बहुत माइक्रो मैनेजमेंट से लड़ा जा रहा है। कांग्रेस हर चुनावों में टिकट को लेकर मापदंड बनाती है, लेकिन बाद में उनमें छूट भी दी जाती रही है। पिछली बार दो बार से ज्यादा हारने वालों को टिकट नहीं देने का मापदंड बनाया था लेकिन कई नेताओं को इससे छूट दी गई थी। हर बार यह कहा जाता है कि पैराशूटी नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन इसकी कभी पालना नहीं होती। टिकट वितरण के मापदंड बनते और बदलते रहते हैं।

Share:

Next Post

Virat Kohli 25 टेस्ट में लगा सके सिर्फ एक शतक, भारत को कैसे बचाएंगे WTC Final में?

Fri Jun 9 , 2023
नई दिल्ली: टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में काफी पीछे दिखाई दे रही है. इंटरनेशनल क्रिकेट में 75 शतक लगाने वाले विराट कोहली पहली पारी में सिर्फ 14 ही रन बना सके. कंगारू टीम ने पहली पारी में 469 रन का अच्छा स्कोर बनाया है. जवाब में तीसरे दिन शुक्रवार को […]