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देश में बढ़ता हुआ कुपोषण और मोटापा है चिंता का कारण जानिए NFHS की रिपोर्ट के बारे में

नई दिल्‍ली। नेशनल फैमिली हेल्‍थ सर्वे (NFHS) की पांचवीं रिपोर्ट के अनुसार ,उम्र के हिसाब से कम लंबाई वाले राज्यों की सूची में बिहार ने टॉप किया है.
बिहार में यह 48.3 फीसदी सन 2015-16 में थी ,जो कि अब 42.9 फीसदी हो गई. इसमें दूसरे स्‍थान पर गुजरात और तीसरे पर कर्नाटक है. वहीं कम वजन वाले बच्चों की सूची देखी जाए तो पहले पर बिहार और फिर गुजरात का नंबर लगा है.

Health Ministry ने शनिवार को नेशनल फैमिली हेल्‍थ सर्वे (NFHS) की पांचवीं रिपोर्ट का प्रथम हिस्‍सा जारी किया है. इसमें साल 2019-20 में किए गए सर्वे के आंकड़े हैं. वैसे यह सर्वे तीन साल के अंतराल के बाद किया गया है.
NFHS के पहले संस्‍करण की रिपोर्ट में देश के 22 राज्‍यों और केंद्रशासित प्रदेशों को शामिल किया गया है. ये ही मुख्य राज्‍य है जिनमें देश की आधे से अधिक आबादी रहती है. इसमें कुछ बड़े राज्‍य महाराष्‍ट्र, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल है. हालांकि इनमें उत्‍तर प्रदेश जो कि सर्वाधिक आबादी वाला है वो शामिल नहीं है.

बच्‍चों में बढ़ा कुपोषण

NFHS ने एक चिंताजनक स्थिति के बारे में बताया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश के बच्‍चों में कुपोषण बढ़ा है. इससे पहले की चौथी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि देश में बच्‍चों में कुपोषण कम हुआ है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अपनी उम्र में सामान्‍य लंबाई से कम बच्‍चों की हिस्‍सेदारी 13 राज्‍यों में बढ़ी है. वहीं अपनी लंबाई के हिसाब से कम वजन के मामले में 12 राज्‍यों में बच्‍चों की संख्‍या बढ़ी है.

ये टॉप 3 राज्‍य उम्र के लिहाज से कम लंबाई वाले बच्‍चों में
बिहार सूची में टॉप पर है. बिहार में 2015-16 में यह 48.3 फीसदी थी जो अब 42.9 फीसदी हो गई. दूसरे स्‍थान पर गुजरात है. गुजरात में यह 39.0 फीसदी है. तीसरे पर कर्नाटक है. कर्नाटक में यह 35.4 फीसदी है.

टॉप 3 राज्‍य कम वजन वाले बच्‍चों के मामले में
इस श्रेणी में भी बिहार टॉप पर है. राज्‍य में 2005-06 में यह हिस्‍सेदारी 16.5 फीसदी थी. 2015-16 में 25.6 फीसदी थी. अब 2019-20 में यह 25.6 फीसदी हो गई. बिहार में 2015-16 में यह 20.8 फीसदी थी. अब 22.9 फीसदी हो गई. गुजरात में 2015-16 में यह 26.4 फीसदी थी. अब भी यह 25.1 फीसदी है.

साथ ही मोटापा भी बढ़ा है
देश में मोटापे और खून की कमी से जूझ रहे लोगों की संख्‍या में भी इस रिपोर्ट में इज़ाफ़ा हुआ है. 22 में से 19 राज्‍यों में पुरुषों में मोटापा बढ़ा है. वहीं 16 राज्‍यों में महिलाओं में इसकी वृद्धि देखी गई है. वैसे कर्नाटक में सबसे ज्‍यादा महिलाओं में मोटापा देखा गया. यह 6.8 फीसदी रहा. जबकि पुरुषों में सबसे ज्‍यादा मोटापा जम्‍मू-कश्‍मीर में देखा गया. वहां यह 11.1 फीसदी रहा.

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