जबलपुर। अब तक आपने देश में वीवीआईपी लोगों को जेड प्लस सुरक्षा में देखा होगा। लोगों को अपने घर की सुरक्षा के लिए गार्ड्स और डॉग्स को तैनात करते हुए देखा होगा लेकिन आज आपने कभी भी आम के बागीचे की सुरक्षा में आधा दर्जन से ज्यादा गार्ड्स (guards) और डॉग की तैनात के बारे में कम ही सुना होगा। आमों की कीमत (cost) लाखो में हैं। जबलपुर के चरगंवा रोड पर एक आम के बगीचे में जापानी किस्म के आम की सुरक्षा के लिए गार्ड और डॉग तैनात किए गए हैं जो 24 घण्टे आम की सुरक्षा कर रहे हैं।
इस आमों की कीमत सैकड़ों या हजारों में नहीं बल्कि लाखों में है। आम की इस खास किस्म का नाम है टाइयो नो टमैंगोश। ये इसका जापानी नाम है। बगीचे के मालिक संकल्प सिंह परिहार ने बताया कि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय बाजार (International market) में इस खास आम को 2.70 लाख रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बेचा गया था। उन्होंने बताया कि नागपुर के व्यापारी एक आम के लिए 21000 रुपये देने की पेशकश की है।
परिहार ने बताया कि बाग में वैसे तो कुल 14 किस्मों के आम हैं लेकिन जापानी आम (japanese mango) की इस खास किस्म के केवल 7 आम हैं, जिनकी रखवाली बहुत ही सख्ती से की जा रही है। दरअसल ये आम जापान में ही होता है और इससे वहां एग ऑफ सन (Egg Of Sun) यानी सूर्य का अंडा कहा जाता हैं क्योंकि ये जब पूरा पक्क जाता है तो ये हल्का लाल और पीला होता है। इसका वजन भी करीब 900 ग्राम तक पहुच जाता है। इसमें रेशे नहीं पाए जाते और स्वाद में यह बहुत मीठा होता है। आम की यह प्रजाति जापान (Japan) में संरक्षित वातावरण में उगाई जाती है, लेकिन संकल्प सिंह परिहार ने अपनी बंजर पड़ी जमीन पर इसे खुले वातावरण में ही उगाया है।
लाखों रुपये के आम जबलपुर में फलने की खबर मानो आग की तरह फैल गई है। इसका खामियाजा भी इस बागान के मालिक को भुगतना पड़ा। इसके पहले इस बागान में आम को चुराने की घटनाएं भी सामने आ चुकी हैं। यही वजह है कि संकल्प सिंह परिहार ने अब कुत्तों को इस बागान की सुरक्षा में लगा दिया है।
जापान के वातावरण में होने वाले पेड़ यदि किसी और देश के वातावरण में आसानी से होने लगते हैं कि आश्चर्य ही होता है। संकल्प बताते हैं कि इस बगीचे की शुरुआत कुछ पौधों से की गई थी और आज 14 हाइब्रिड आम उनके बागीचे में आसानी से होते हैं। उनमें से ही एक है भारत सबसे मंहगा आम मल्लिका (aam mallika) जो वजन में सबसे बड़ा होता है ।
Share: