नई दिल्ली । इस साल का आखिरी चंद्र ग्रहण 19 नवंबर यानी कार्तिक पूर्णिमा पर होगा, जबकि 4 दिसंबर को सूर्य ग्रहण होगा। दोनों ही ग्रहण एक पखवाड़ा में होंगे। चंद्र ग्रहण वृष राशि (Taurus) और कृत्तिका नक्षत्र में होगा। 19 तारीख को होने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक रूप से अरुणाचल प्रदेश और असम (Arunachal Pradesh and Assam) के कुछ हिस्सों में बहुत कम समय के लिए दिखेगा। जबकि पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी अमेरिका, आस्ट्रेलिया, अटलांटिक और पैसेफिक महासागर में ये साफ दिखेगा। ये ग्रहण जहां नहीं दिखेगा, वहां सूतक मान्य नहीं रहेगा पर ज्योतिषियों (astrologers) का मत है कि इसका असर मौसम और राशियों (weather and zodiac signs) पर जरूर पड़ेगा।
ग्रहण काल में भी पूजन
पुरी के ज्योतिषाचार्य के अनुसार शुक्रवार कार्तिक पूर्णिमा पर भारतीय समयानुसार ग्रहण सुबह 11.30 बजे से शाम 5.35 तक रहेगा। लगभग पूरे देश में ये ग्रहण नहीं दिखाई देने से इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा। मंदिरों व घरों में पूजा की जा सकेगी। पूर्णिमा पर ग्रहण का प्रभाव न होने से दान-पुण्य के लिए ये दिन श्रेष्ठ रहेगा। उन्होंने बताया कि ग्रहण के बाद दो-तीन दिन के भीतर मौसमी बदलाव दिखेगा। जिससे देश के उत्तरी हिस्सों में बर्फबारी और बूंदाबांदी के साथ तेज हवा चल सकती है।
भविष्यवाणी:
भविष्य वक्ताओं का कहना है कि इस चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) के कारण भारत (India) के कुछ हिस्सों सहित चीन, नेपाल या रूस में भूकंप के झटके महसूस हो सकते हैं। मौसम में अनचाहे और नुकसान देने वाले बदलाव हो सकते हैं। देश में खंड वृष्टि यानी कुछ हिस्सों में बारिश होने की आशंका है। राजनीति में विवादित बयान दिए जाएंगे। दुर्घटनाएं होने का अंदेशा है। सीमा पर विवाद और तनाव को माहौल रहेगा। लोगों में मानसिक तनाव और अनजाना डर भी बढ़ेगा।
जानिए… किस राशि पर क्या होगा इस ग्रहण का असर
मेष- धन हानि के योग हैं।
वृष- मानसिक तनाव और शारीरिक परेशानी बढ़ सकती है।
मिथुन- वाहन सावाधानी से चलाएं। दौड़-भाग और तनाव वाला समय रहेगा।
कर्क- कार्यक्षेत्र में सफलता के योग हैं।
सिंह- नौकरी और बिजनेस में तरक्की के योग हैं।
कन्या-आत्म विश्वास बढ़ेगा।
तुला- सेहत का ध्यान रखें। लोगों से मन-मुटाव हो सकता है। तनाव बढ़ेगा।
वृश्चिक- धन लाभ और कामों में सफलता के योग हैं।
धनु- आय के नए साधन बनेंगे। दुश्मनों पर जीत मिलेगी।
मकर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
कुंभ-व्यापार में लाभ में कमी होगी। माता की सेहत को लेकर चिंता बढ़ेगी।
मीन-निर्णय सोच-समझ कर लें। मेहनत ज्यादा होगी।
नोट- उपरोक्त दी गई जानकारी व सूचना सामान्य उद्देश्य के लिए दी गई है। हम इसकी सत्यता की जांच का दावा नही करतें हैं यह जानकारी विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, धर्मग्रंथों, पंचाग आदि से ली गई है । इस उपयोग करने वाले की स्वयं की जिम्मेंदारी होगी ।
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