जीवनशैली धर्म-ज्‍योतिष

शनि के कुंभ राशि में गोचर से बन रहा ये महयोग, इन 5 राशियों को मिलेगा जबरदस्‍त लाभ

नई दिल्ली। प्रत्येक ग्रह राशि परिवर्तन (planetary transit) करते रहते हैं. ग्रहों के इस राशि परिवर्तन को ग्रह गोचर कहा जाता है इसी दौरान एक ही राशि में दो ग्रहों के मिलने से अलग-अलग योग बनते हैं जिसका प्रभाव सभी राशि के जातकों पर पड़ता है. 17 जनवरी 2023 को शनि देव (Shani Dev) 30 साल बाद कुंभ में गोचर करेंगे. आने वाले नए साल में शनि गोचर (Shani Transit ) से एक ऐसा ही योग बनने वाला है. शनि देव के राशि परिवर्तन से शश महापुरुष योग (Shash Mahapurush Yoga) बनेगा. शश योग महायोगों में से एक माना जाता है. यह कई राशियों के लिए लाभदायक है, तो कई राशियों की मुसीबतें बढ़ा सकता है. आइए जानते हैं ज्योतिष गणना के अनुसार किन राशियों को इससे फायदा होने मिलने वाला है.


मेष राशि
मेष राशि में इस समय राहु का गोचर है और अगले साल बृहस्पति का गोचर होगा. शनि मेष राशि के एकादश भाव में गोचर करेंगे. ऐसे में धन संपत्ति को लेकर आपकी किस्मत चमक जाएगी. इससे नौकरी, करियर और व्यापार में उन्नति मिलेगी. आय में वृद्धि होगी.

वृषभ राशि
शनि आपकी राशि के दशम भाव में गोचर करेंगे जिससे कार्यस्थल पर आपको प्रगति देखने को मिलेगी. शनि आपकी दशम और नवम भाव के स्वामी भी है. ऐसे में आपको भाग्य का साथ भी मिलेगा और सभी तरह के अटके कार्य पूर्ण भी होंगे. आपकी राशि के स्वामी शुक्र (Vesper) है जिसकी शनि से बनती है. ऐसे में आपको अच्छा लाभ मिलेगा.

कन्या राशि
शनि आपकी राशि के छठे भाव में गोचर करेगा तब आपको शश योग का लाभ मिलेगा. इसे आपके सभी शत्रु परास्त होंगे. रोग से भी छुटकारा मिलेगा. आपमें साहस और पराक्रम बढ़ेगे. सभी कार्यों से बाधाएं हटेंगी. कानूनी मामलों में विजय होंगे. नौकरी या व्यापार में भी सफलता (Success) मिलेगी.

मकर राशि
शनि आपकी राशि के दूसरे भाव में गोचर करेंगे. ऐसे में शश योग के कारण आपके खर्चों पर लगाम लगेगी. धन की आवक बढ़ेगी. आमदानी अर्जित करने में आप सफल होंगे. बचत भी होगी. पारिवारिक जीवन में आपने मधुरता और सामंजस्यता बढ़ा ली तो किस्मत का भरपूर साथ मिलेगा. शनि के मंदिर कार्य न करें.

कुंभ राशि
आपकी राशि के लग्न भाव में शनि का गोचर होगा जो आपके स्वभाव के साथ ही आपकी किस्मत भी बदल देगा. आपको पूराने रोग से मुक्ति मिलेगी. पैतृत संपत्ति का निपटारा होगा. जीवनसाथी का साथ मिलेगा. साझेदारी के व्यापार में लाभ होगा.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के लिए है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं. इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.

Share:

Next Post

कब और कहां हुआ था प्रभू यीशू का जन्म? क्रिसमस पर जानें उनसे जुड़ी ये महत्वपूर्ण बातें

Sun Dec 25 , 2022
नई दिल्‍ली। 25 दिसंबर को ईसाई धर्म के संस्थापक प्रभू ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में क्रिसमस (Christmas 2022) मनाया जाएगा. खुशी और उत्साह का इस पर्व में लोग घर और चर्च में क्रिसमस ट्री और सुंदर झांकियां सजाई जाती है. एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं. केक और अन्य उपहार दिए जाते हैं. […]