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इस शख्स ने 40 दिनों में कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरी की दौड़, पर्यावरण के लिए लोगों को किया जागरूक

सहारनपुर: पर्यावरण की शुद्धता के लिए वातावरण का शुद्ध होना आवश्यक है. इसके लिए विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत आमजन को जगरुक्त करने का भी काम किया जा रहा है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा भी पर्यवरण बचाव के लिए सख्त नियम लागू किये गए हैं. सरकार भी पर्यावरण की शुद्धता के लिए सख्त रुख अपनाये हुए है. चाहे किसानों का पत्ती-पराली जलाने पर लगाया गया प्रतिबंध हो, चाहे ईंट भट्ठों के लिए बनाई गई नियमावली के अनुसार ईंट पकाने के लिए ईंधन में कोयला, लकड़ी आदि को सुनिश्चित क्या गया हो.

सामाजिक स्तर पर इसका असर भी देखने को मिल रहा है. युवाओं में भी पर्यावरण बचाव के लिए प्रेम जाग रहा है. जनपद के गंगोह निवासी युवक अभि कौशिक के मन मे पर्यावरण के प्रति प्रेम को अब बताने की जरूरत नहीं है. इस युवा ने कश्मीर से कन्या कुमारी तक दौड़ लगाकर देश वासियों को इसके लिए जागरूक करने का एक सन्देश दिया है.

पर्यावरण बचाव के लिए अभि कौशिक के मन में देशवासियों को संदेश देने का यह जज्बा उन्हें सबसे अलग करता है, क्योंकि यह युवा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अपनी मैराथन दौड़ के दौरान सभी को पर्यावरण शुद्ध रखने के लिए जागरूकता का संदेश देता चला गया. एक जनवरी को कश्मीर से आरंभ हुआ उसका पर्यावरण संरक्षण संदेश मैराथन यात्रा बृहस्पतिवार को कन्या कुमारी पहुंचकर संपन्न हुई. जो अब इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.

बचपन से ही अभी कौशिक के मन में है पर्यावरण के प्रति प्रेम
सहारनपुर के गंगोह कस्बा स्थित मोहल्ला छत्ता निवासी अध्यापक अशोक कुमार ने बताया कि उनका 23 वर्षीय पुत्र अभि कौशिक बचपन से ही पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर बेहद सजग रहा है. वह अपने आसपास के क्षेत्र वासियों को भी वातावरण की शुद्धता के लिए लगातार जागरूक करता रहा है. उन्होंने बताया कि इसके बावजूद भी अभि के मन में एक सवाल हमेशा टकराता रहा कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना ही काफी नहीं है, बल्कि इसके लिए व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता भी है. जिसके लिये अभि ने देश में पर्यावरण बचाओ का संदेश देने के लिए कश्मीर से कन्या कुमारी तक मैराथन दौड़ लगाकर जागरुकता अभियान चलाने का फैसला लिया.


पिता ने जमीन पर कर्ज लेकर उठाया खर्च
पर्यावरण बचाओ संदेश के लिए कश्मीर से कन्याकुमारी तक मैराथन दौड़ लगाने का अभि कौशिक के निर्णय को पूरा करना आसान नहीं था. यह लक्ष्य बहुत बड़ा था और इसके लिए काफी रकम की भी जरूरत थी. इसके लिए अभि ने अपने पिता को अपने विचारों से अवगत कराया. पिता ने भी अपने पुत्र को जनहित, देशहित तथा प्रकृति हित मे प्रोत्साहित किया. अभि के पिता ने गांव सांगाठेड़ा में स्थित जमीन पर बैंक से कर्ज ले लिया. लक्ष्य पूरा करने के लिए जब रकम कम पड़ी तो इसके लिए उन्होंने अपने मित्रों एवं अन्य लोगों ने भी सहयोग का आश्वासन दिया. तो अभि ने अपने मकसद को अंजाम तक पहुंचाने के लिए जी तोड़ मेहनत करना शुरू किया.

महीनों तक लगाई दौड़, तब हुआ सफल
मैराथन दौड़ के लिए अभि ने कई महीने दौड़ का अभ्यास किया. यह युवा एक जनवरी को जम्मू के भारत माता चौक पहुंचा और वहां से जागरुकता मैराथन आरंभ की. इस अभियान में अभि ने लगातार चालीस दिन तक तीन हजार किमी से अधिक दौड़ लगाई और कई राज्यों से होते हुए वह नौ फरवरी को कन्या कुमारी पहुंच गए. रास्ते में उन्होंने नागरिकों को अधिकाधिक पौधे लगाने, जल संरक्षण करने, पर्यावरण की रक्षा करने और रक्तदान करने के लिए जागरूक किया.

मैराथन सम्पन्न के अवसर पर कन्याकुमारी पहुंचने पर वहां लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. अभि की रिकार्ड मैराथन दौड़ औरपर्यावरण जगरुक्त सन्देश यात्रा की सफलता पर कैराना सांसद प्रदीप चौधरी, गंगोह विधायक कीरत सिंह, युवा ब्राह्मण समाज संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक कौशिक, आशीष प्रधान बांसदेई, कार्तिक पंडित, व्यापारी नेता मोल्हड़मल गर्ग, भाजपा नगर अध्यक्ष दीपक गर्ग, भाजयुमो अध्यक्ष शशांक गोयल, गगन गर्ग, मनोज गोयल, सभासद दीपांशु गोयल, किशोर पटवा, अमित गर्ग, उमंग गर्ग आदि ने शुभकामनाएं दीं.

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