इन्दौर। एक अस्पताल भर्ती दादी को सूई लगते देख बच्ची रूम से बाहर आ गई और लापता हो गई थी। बच्ची खजराना की एक महिला को मिली, जिसके बाद महिला उसे देर रात को पुलिस के पास लेकर पहुंची और पुलिस ने बच्ची के परिजन से संपर्क कर बच्ची को उन तक पहुंचाया।
लसूडिय़ा थाने में कल रामजी पिता दादूराम राठौर निवासी तुलसीनगर ने केस दर्ज करवाया था कि गुलाबबाग के श्री सांई अस्पताल से उनकी 3 साल की बच्ची लापता हो गई थी। दरअसल अस्पताल में रामजी की माता सुनीतादेवी भर्ती थी। कल डॉक्टर ने जैसे ही सुनीतादेवी को इंजेक्शन लगाया तो सूई के डर के मारे रामजी की तीन साल की बच्ची उस रूम से बाहर आ गई और अकेली ही वहां से निकलते हुए खजराना इलाके में चली गई। बच्ची के लापता होने पर रामजी और उसका परिवार चिंतित हो गया। लसूडिय़ा थाने में केस दर्ज करवाने के बाद वे दिनभर अस्पताल में ही रुके, ताकि बच्ची लौटकर आ जाए। उधर अकेली बच्ची के अपहरण और उसके साथ अनहोनी की भी शंका जाहिर की जाने लगी, लेकिन रात को एक महिला उस बच्ची को लेकर खजराना थाने पहुंची और बच्ची के बारे में बताया। इसके बाद पुलिस ने बच्ची के परिजन से संपर्क किया और बच्ची को सकुशल उसके माता-पिता तक पहुंचाया।
13 साल की नाबालिग का पता नहीं चला
उधर न्यू हीरानगर भानगढ़ रोड के रहने वाले एक परिवार की 13 साल की बेटी भी लापता हो गई। उसका परिवार जबलपुर जिले के एक गांव का रहने वाला है। परिजन ने बच्ची की हर जगह तलाश की, लेकिन उसका पता नहीं चला तो वे हीरानगर थाने में बच्ची के गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाने के लिए पहुंचे। शहर में पिछले दिनो भी कई बच्चे-बच्चियां लापता हुए थे, जिनकी पुलिस खोज में है।
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