मध्‍यप्रदेश

आज सीहोर के शिक्षकों ने इतिहास रचा, CM शिवराज ने क्यों कही ये बात

सीहोर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) सीहोर जिले के नसरुल्लागंज (Nasrullaganj) में ‘हर शाला-स्मार्ट शाला’ कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी साधना सिंह (Wife Sadhna Singh) भी कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने दानदाता शिक्षकों, जन-प्रतिनिधियों और समाजसेवियों को सम्मानित किया। सीएम चौहान ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के समाधानकारक उत्तर दिए और उन्हें प्राणायाम करके बताया। उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।

उन्होंने कहा, प्रदेश के विकास में सरकार के साथ समाज के सहयोग का यह अनुकरणीय उदाहरण है। उन्होंने सीहोर जिले के हर स्कूल को स्मार्ट स्कूल बनाने की पहल के लिए कलेक्टर प्रवीण सिंह की सराहना की। चौहान ने कहा कि यह अद्वितीय कार्य पूरे प्रदेश को प्रेरणा देगा। मैं आज जिले के अध्यापकों का अभिनंदन करने और उनका धन्यवाद ज्ञापित करने आया हूं। उन्होंने सभी शिक्षकों से अपील की कि वे इसी पवित्र भावना के साथ कार्य करें और प्रदेश के हर विद्यालय को बेहतर और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का केंद्र बनाएं। मैं शिक्षकों के प्रति आदर प्रदर्शित करते हुए उनके महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की घोषणा करता हूं। उन्होंने कहा, राज्य सरकार हर 20 से 25 किलोमीटर की परिधि में सीएम राइज स्कूल प्रारंभ कर रही है, जो आधुनिक एवं उच्च गुणवत्ता युक्त शिक्षा के केंद्र होंगे। इनके लिए आधुनिक लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास आदि सभी सुविधाओं से युक्त भवन बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक भवन की लागत लगभग 35 करोड़ रुपये है। आसपास के गांवों से विद्यार्थी बसों से इन विद्यालयों में जाएंगे।

सीएम शिवराज ने कहा, सरकार बच्चों को शिक्षा के लिए हर संभव सहायता दिलवा रही है। मेधावी विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत और अधिक अंक लाने पर लैपटॉप प्रदान किया जाता है। अब दसवीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को भी लैपटॉप दिए जाने का सरकार सोच रही है। उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भर रही है। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ की गई है। अंग्रेजी पढ़ना चाहिए परंतु इसकी अनिवार्यता नहीं होनी चाहिए। स्कूलों में विद्यार्थियों को अतिरिक्त अध्ययन सहायता के लिए मुख्यमंत्री अध्ययन केंद्र खोले गए हैं। प्रदेश में शीघ्र ही एक लाख 14 हजार सरकारी पदों पर भर्ती होगी। इसके लिए प्रशिक्षण सुविधा भी सरकार दिलवाएगी।

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विद्यार्थियों के साथ संवाद किया और उनके प्रश्नों के समाधान कारक उत्तर दिए। छात्र हरिओम विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि एग्जाम स्ट्रेस को कैसे दूर करें। मुख्यमंत्री चौहान ने बताया कि मेहनत करो, और परिणामों की चिंता मत करो। मन को शांत रखो। नियमित दिनचर्या रखो और प्रतिदिन योग और प्राणायाम करो। चौहान ने मंच पर बच्चों को प्रणायाम करके भी बताया। अनुलोम-विलोम, भ्रामरी सहित पांच तरह के प्राणायाम मन को एकाग्र और स्थिर करते हैं और हर प्रकार के तनाव को दूर करते हैं।


छात्रा खुशी परवीन ने मुख्यमंत्री से पूछा कि कम अंक आने पर माता-पिता का सामना कैसे करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कम अंक आने पर निराश बिल्कुल मत हों। प्रसन्न चित्त होकर आगे पढ़ाई करें। दुनिया में बहुत कुछ है करने के लिए। उन्होंने बच्चों के माता-पिता से भी कहा कि बच्चों पर पढ़ाई के लिए दबाव न बनाएं। छात्र नितिन सोलंकी ने पूछा कि लैपटॉप लेने के लिए कितने घंटे पढ़ाई करना जरूरी है। सीएम चौहान ने मुस्कुराते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण नहीं कि कितने घंटे पढ़ाई की जाए, बल्कि यह महत्वपूर्ण है कि कितना एकाग्र चित्त होकर पढ़ाई की जाए। यदि पूरे ध्यान से, मन लगा कर पढ़ाई की जाए तो कम समय में भी बहुत कुछ सीखा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने अपने विद्यार्थी जीवन का उदाहरण देकर बताया कि वे पूरे ध्यान से पढ़ाई करते थे और जब परीक्षा देने जाते थे तो उन्हें पुस्तकों के पन्ने और शब्द तक दिखाई देते थे।

छात्रा नेहा राठौर ने मुख्यमंत्री से पूछा कि एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी में कौन-कौन से गुण होना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि वह निष्पक्ष रूप से सोचे, उसके अंदर अहंकार न हो, वह कभी धैर्य नहीं खोए, हमेशा उत्साहित रहे और पूरी संवेदनशीलता हों। छात्रा अर्चना विश्वकर्मा ने पूछा कि मामा आप हमेशा इतने ऊर्जावान कैसे रहते हैं। इस पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि यदि व्यक्ति कोई अच्छा कार्य करने की मन में ठान लेता है, दृढ़ इच्छा शक्ति होती है तो ऊर्जा अपने आप अंदर पैदा होती है। मेरे मन में हमेशा यह भाव रहता है कि मुझे प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की सेवा करनी है, और यही दृढ़ इच्छा शक्ति मुझे निरंतर कार्य करने की ऊर्जा प्रदान करती है। उन्होंने अपनी पत्नी साधना सिंह का उदाहरण देकर बताया कि वे जब पचमढ़ी गईं तो वहां की बहुत ऊंची चोटी पर स्थित चौरागढ़ मंदिर पर जाने की इच्छा शक्ति ने उन्हें वहां तक पहुंचने की शक्ति दी और वे वहां पहुंच गईं।

मुख्यमंत्री चौहान द्वारा दानदाता शिक्षक सर्वश्री अमित कुमार, संजय सक्सेना, बदामी लाल, सुधीर राठौर, जगदीश मेहरा, राजेंद्र दुबे, रामदास बनवारी, आनंद प्रकाश, सीताराम जाट और श्रीमती मधुलिका मिश्रा को सम्मानित किया गया। उन्होंने दानदाता जन-प्रतिनिधियों सर्वश्री गुरु प्रसाद शर्मा, ललित शर्मा, रवि मालवीय, धीरज पटेल, दिनेश शर्मा, श्रीमती मंजू अवध पटेल, श्रीमती पार्वती भाटी, वीरेंद्र राजपूत, शिव प्रसाद पवार, रामबाबू, श्रीमती सीमा शर्मा और वीरेंद्र राजपूत को सम्मानित किया। उन्होंने समाजसेवी सर्वश्री संतोष वर्मा, श्री शक्ति सिंह तोमर, जितेंद्र माहेश्वरी, विनय यादव, कैलाश मालवीय, उमेश सिंह धुर्वे, माधव सिंह आजाद, लक्ष्मी नारायण मीणा और नरेंद्र परिहार को सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री चौहान ने “हर शाला स्मार्ट शाला” अभियान में सर्वप्रथम सभी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास बनाने के लिए नसरुल्लागंज विकासखंड को पुरस्कृत किया। इसी प्रकार अभियान में सर्वप्रथम हर विद्यालय को स्मार्ट क्लास विद्यालय बनाने के लिए जन शिक्षा केंद्र सोयत को पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री ने जिले में 10वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाले विद्यार्थी ओमेश व्यास को एवं 12वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लाने पर कुमारी दिव्या रावत को सम्मानित किया। चित्रकला प्रतियोगिता में मयूर शर्मा, कुमारी वैष्णवी बैरागी और पीयूष गोस्वामी को पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने जिले में 10वीं एवं 12वीं कक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाले टॉप 10 बच्चों को 50-50 हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की। इसी प्रकार उन्होंने जिले में सर्वश्रेष्ठ परिणाम लाने वाले 10 विद्यालयों को 5-5 लाख रुपये पुरस्कार स्वरूप देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रारंभ में बेटियों का पूजन किया। कार्यक्रम में स्वागत भाषण सांसद रमाकांत भार्गव ने दिया।

कार्यक्रम में इछावर विधायक करण सिंह वर्मा, आष्टा विधायक रघनाथ सिंह मालवीय, आदिवासी वित्त विकास निगम अध्यक्ष निर्मला बारेला, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह राजपूत, भाजपा जिला अध्यक्ष रवि मालवीय, नगर परिषद अध्यक्ष मारुती शिशिर, सलकनपुर ट्रस्ट अध्यक्ष महेश उपाध्याय, नसरूल्लागंज जनपद अध्यक्ष मंजू अवध पटेल, लखन यादव, धीरज पटेल, राजेश पंवार, श्रीरज पटेल और श्याम सिंह ठाकुर सहित अनेक जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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