1 अप्रैल से नई दरें होंगी लागू, हालांकि 17 हाईवे पर राज्य शासन ने टैक्स में छूट देने का भी लिया निर्णय
इंदौर। 1 अप्रैल से जहां अचल संपत्ति (immovable property) की गाइडलाइन (guideline) बढ़ेगी, वहीं अन्य टैक्सों (taxes) में भी केंद्र-राज्य सरकारों से जुड़े विभागों द्वारा वृद्धि की जा रही है। पेट्रोल-डीजल (petrol-diesel) की कीमतें तो रोजाना फिर से बढऩे ही लगी हैं, वहीं सडक़ों से गुजरना भी वाहन चालकों को महंगा पड़ेगा। इंदौर बायपास (indore bypass) सहित प्रमुख सडक़ों पर टोल टैक्स की दरें बढ़ जाएंगी। वहीं दूसरी तरफ थोड़ी राहत उन 17 हाईवे से गुजरने वालों को भी मिलेगी, जहां पर टोल टैक्स खत्म किया जा रहा है।
इंदौर बायपास (indore bypass) पर बनी सर्विस रोड (service road) के एवज में विगत कई वर्षों से टोल टैक्स वसूला जा रहा है। हालांकि संकरे बोगदे और सडक़ के रखरखाव के अभाव में कई मर्तबा नेशनल हाईवे (national highway) ठेकेदार फर्म इंदौर-देवास टोलवेज लिमिटेड को नोटिस थमाए जा चुके हैं। अब चार पहिया वाहनों से लेकर मिनी बस, ट्रक, भारी वाहन की टोल टैक्स दरों में वृद्धि की जा रही है। वहीं मासिक पास भी महंगा हो जाएगा। टोल प्लाजा-ए, जो कि बायपास किलोमीटर 592 के साथ ही टोल प्लाजा-बी भी है, जो मांगलिया चौराहा से इंदौर शहर रोड पर बना है, इन पर 1 अप्रैल से नई दरें टोल टैक्स के रूप में लगेंगी। चार पहिया वाहन, जिनमें कार, जीप व अन्य हैं, को अब 55 के बजाय 60 रुपए टैक्स टोल प्लाजा-ए पर देना पड़ेगा। इसी तरह टोल प्लाजा-बी पर 20 के बजाय 25 रुपए चुकाना पड़ेंगे। वहीं मासिक पास एक तरफ का 2045 में बनेगा तो दूसरे टोल पर इसकी राशि 610 रुपए रहेगी। इसी तरह हलके वाणिज्यिक वाहन, मिनी बस को 100 रुपए टोल टैक्स चुकाना पड़ेगा तो टोल प्लाजा-बी पर यह राशि 30 रुपए रहेगी। इसी तरह ट्रक और बस के लिए टोल प्लाजा-ए पर 210 रुपए और बी पर 60 रुपए। अर्थ मूविंग मशीनें और अन्य बड़े व भारी वाहन पर टोल प्लाजा-ए से गुजरने के लिए 325 रुपए तो बी पर 95 रुपए लगेंगे। इसी तरह लंबे ट्राले और अधिक बड़े वाहनों के लिए यह शुल्क 395 और 120 रुपए रहेगा। इंदौर बायपास के साथ-साथ अन्य सडक़ों पर भी टोल टैक्स की दरें बढ़ाई जा रही हैं। रतलाम से इंदौर के बीच एस्सेल इन्फ्रा कंपनी दो जगह टोल टैक्स वसूलती है, जहां पर 7 फीसदी की वृद्धि होगी। इसी तरह अन्य हाईवे पर भी दिए गए ठेकों की शर्त के मुताबिक टोल टैक्स में इजाफा किया जा रहा है। दूसरी तरफ पिछले दिनों शिवराज कैबिनेट ने प्रदेश के 17 हाईवे पर टोल टैक्स समाप्त करने का भी निर्णय लिया। खासकर निजी वाहनों को टोल टैक्स नहीं लगेगा। सिर्फ कमर्शियल गाडिय़ां ही टैक्स देंगी। यूजर्स फ्री कलेक्टर टोल टैक्स की मंजूरी देने के साथ ही नर्मदा एक्सप्रेस-वे का प्रस्ताव भी केंद्र को भेजा गया, जिससे भोपाल-इंदौर सहित 7 जिले जुडऩा हैं। भोपाल से शुरू होकर औबेदुल्लागंज, बुदनी, नसरुल्लागंज, डिंडौरी, जबलपुर, संदलपुर, करनावद, इंदौर, धार, सरदारपुर से झाबुआ जिले में गुजरात सीमा तक यह एक्सप्रेस-वे बनना है। आष्टा, कन्नौद, पन्ना, जयगढ़ और उज्जैन, मक्सी, सनावद, खरगोन, बदनावर-थांदला, मुरार-चितौरा सहित 17 मार्ग इसमें शामिल हैं।
इंदौर-उज्जैन टोल सडक़ विकास निगम के जिम्मे
इंदौर-उज्जैन रोड (indore-ujjain road) पर टोल टैक्स (toll tax) वसूलने वाली ठेकेदार फर्म का पिछले दिनों घोटाला उजागर हुआ और रोजाना 11 लाख रुपए का टोल टैक्स वसूलने के बाद भी फर्म सडक़ का रखरखाव नहीं कर रही थी, जिसके चलते मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम ने दो दर्जन से अधिक नोटिस देने के साथ 19 करोड़ रुपए की पेनल्टी भी ठोंक दी। महाकाल टोलवेज प्रालि का ठेका निरस्त कर अब सडक़ विकास निगम द्वारा ही इसका संचालन किया जा रहा है। इस सडक़ से रोजाना 14 से 15 हजार वाहन गुजरते हैं। 2034 तक टोल टैक्स ठेका वसूली का जिम्मा ठेकेदार फर्म को दिया था। इंदौर-उज्जैन रोड पर कई जगह गड्ढे तो हैं ही, वहीं डिवाइडरों को भी काट दिया गया। वहीं पौधों की ऊंचाई इतनी अधिक हो गई कि रात के समय वाहन चालकों को परेशानी होती है। कई मर्तबा नोटिस जारी करने के बाद भी कंपनी नहीं सुधरी तो फिर निगम ने ठेका ही निरस्त कर डाला।