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दिवाली पर दिल्ली सहित देशभर के व्यापारियों को बड़े कारोबार की उम्मीद : कैट

कैट ने कहा- चीन को करीब 75 हजार करोड़ रुपये का नुकसान होने की संभावना

नई दिल्ली। नवरात्रि के पहले दिन (first day of navratri) से इस साल का दिवाली त्योहारी सीजन (festive season) की शुरुआत हो गई है। दिल्ली सहित देशभर के व्यापारियों को कोरोनाकाल के दो साल बाद इस त्योहारी सीजन में दिवाली में अच्छी बिक्री (good sales in Diwali) होने की बड़ी उम्मीद (Big hope) है।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) (Confederation of All India Traders (CAIT)) ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि देशभर के व्यापारियों को दिवाली पर अच्छी बिक्री की उम्मीद है। कैट ने कहा कि इस साल त्योहारी सीजन में सामानों की बढ़ती मांग और बेहतर बिक्री की संभावनाओं को देखते हुए व्यापारियों ने अपने यहां पर्याप्त स्टॉक का प्रबंध किया है।


कारोबारी संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि विशेष बात यह है कि इस वर्ष बाजारों में इस बार चीनी सामान नदारद होगा, जिसके विकल्प के रूप में भारतीय सामान बाजारों में मिलेगा। खंडेलवाल ने कि पिछले साल की तरह इस साल भी ग्राहकों का खरीदी व्यवहार पूर्ण रूप से चीनी सामानों की जगह भारतीय सामानों पर केंद्रित रहने वाला है। उन्होंने कहा कि साल 2020-2021 की दिवाली कारोबार के लिहाज से बेहद फीकी रही, लेकिन इस बार दिवाली के त्योहार से व्यापारियों बड़ी उम्मीदें हैं।

कैट महामंत्री ने कहा कि इस वर्ष दिवाली त्योहार के दौरान चीन से आने वाले सामान के न आने से चीन को करीब 75 हजार करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान होने की संभावना है। खंडेलवाल ने कहा कि कैट ने देशभर के व्यापारियों से आग्रह किया है कि आजादी के अमृत महोत्सव काल में इस साल दिवाली के त्योहार को विशुद्ध रूप से “भारतीय दिवाली-लोकल दिवाली” के तौर पर मनाया जाए। देशभर में व्यापारी अपने घरों एवं दुकानों में वैदिक रीति से दिवाली का पूजन करें और अपने ग्राहकों को भी इसके लिए प्रेरित करें।

खंडेलवाल ने बताया कि दिवाली पर विशेष तौर पर मिट्टी के दिए, रेडीमेड गारमेंट्स, कपडे, गिफ्ट आइटम्स, एफएमसीजी प्रोडक्ट्स, रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं, सौंदर्य प्रसाधन, कन्फेक्शनरी, मिठाई-नमकीन ,बिस्कुट, ड्राई फ्रूट, फल, घर में साज सज्जा की वस्तुएं, बिजली की लड़ियां एवं सजावटी बल्ब, मेहंदी, रंगोली का सामान, बिजली की कंडीलें, हैंडलूम फैब्रिक्स, फर्निशिंग आइटम्स, पेंट, ग्लास, बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स, खिलौने, ट्रेवल का सामान, किचन का सामान, ज्वेलरी, घड़ियाँ, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड, चश्मे, खाद्य वस्तुएं, फुटवियर, फर्नीचर, पैकेजिंग सामान, पेपर एवं स्टेशनरी, वास्तु का सामान,भगवान् की प्रतिमाएं आदि की प्रमुख रूप से बड़ी मात्रा में बिक्री होती है।

इस अवसर पर कैट के राष्ट्रीय सचिव एवं आल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया की इस वर्ष देशभर के सर्राफा व्यापारियों को भी बड़े कारोबार की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से देश में लोगों की क्रय क्षमता में कमी आई है, लेकिन इस बार सोने-चांदी का व्यापार भी बेहतर रहने की उम्मीद है। अरोड़ा ने कहा कि निवेश के लिहाज से भी इस साल भी बाजारों में भारी निवेश की उम्मीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि हमेशा की तरह सोना-चांदी ही निवेशकों की पहली पसंद ही रहेगा, जिसके लिए सर्राफा बाजारों ने भी पूरी तैयारी की है। अरोड़ा ने बताया कि हर रेंज में ग्राहकों के लिए वैरायटी उपलब्ध हैं, पिछले वर्ष दिवाली त्योहार पर हुई सोने-चांदी की बिक्री में इस बार करीब 20 फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। (एजेंसी, हि.स.)

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