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यूक्रेन को हथियार देने में खर्च किए दो लाख करोड़, अब अमेरिकी जनरल बोले- बातचीत से ही होगा युद्ध का हल

वॉशिंगटन। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को करीब एक साल का समय बीत चुका है। इस बीच अमेरिका के एक टॉप जनरल का बड़ा बयान सामने आया है। अमेरिकी जनरल मार्क माइली ने अपने एक बयान में कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध बातचीत से ही हल होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर लड़ाई जारी रहती है तो इस साल रूस को यूक्रेन से पूरी तरह बाहर निकालना संभव नहीं है।

जर्मनी में एक जॉइंट न्यूज कॉन्फ्रेंस को यूएस जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ मार्क माइली और अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने संबोधित किया। इससे पहले आठवीं यूक्रेन डिफेंस कॉन्टैक्ट ग्रुप की बैठक हुई, जिसमें 50 से ज्यादा देशों के नेता शामिल हुए।

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मार्क माइली ने कहा कि सैन्य तौर पर कहें तो मुझे लगता है कि इस साल रूस को यूक्रेन की धरती से पूरी तरह बाहर करना बेहद मुश्किल है। हालांकि उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि यह कभी नहीं होगा लेकिन फिलहाल यह बेहद मुश्किल है। मार्क माइली ने कहा कि यह अमेरिकी हथियारों की डिलीवरी और यूक्रेन की सेना की ट्रेनिंग पर निर्भर करेगा। इसके बाद पता चलेगा कि चीजें किस तरफ जा रही हैं।

अमेरिकी जनरल ने कहा कि पूर्व की कई अन्य लड़ाईयों की तरह इस लड़ाई का अंत भी बातचीत की टेबल पर ही होगा। व्लादिमीर पुतिन ने इसे शुरू किया है और वह चाहे तो इसे आज खत्म कर सकते हैं क्योंकि यह रूस के लिए ही तबाही का सबब बन रही है। अमेरिका ने गुरुवार को भी यूक्रेन को 2.5 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद का ऐलान किया है। इसके बाद अमेरिका द्वारा यूक्रेन को दी गई कुल मदद 27 बिलियन डॉलर पहुंच गई है।


अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि जैसे जैसे रूस की ज्यादती बढ़ रही है, वैसे ही कॉन्टैक्ट ग्रुप का संकल्प मजबूत हो रहा है। कई देश यूक्रेन की मदद के लिए आगे आए हैं। फ्रांस, जर्मनी और यूके ने यूक्रेन को एयर डिफेंस सिस्टम दान किए हैं और जर्मनी ने पैट्रियट बैट्रियां।

व्हाइट हाउस के एनएससी कॉर्डिनेटर जॉन किर्बी ने आरोप लगाया कि रूस की निजी सेना वैगनर ग्रुप यूक्रेन में मानवाधिकारों का उल्लंघन और लोगों पर अत्याचार कर रही है। जब रूस की सेना यूक्रेन में संघर्ष कर रही है तब पुतिन का मिलिट्री सपोर्ट के लिए वैगनर ग्रुप की तरफ झुकाव बढ़ रहा है, जिसका मालिक येवेगेनी प्रिगोझिन है। हमें खूफिया जानकारी मिल रही है कि रूस के रक्षा मंत्रालय और वैगनर ग्रुप के बीच तनाव बढ़ रहा है।

वैगनर ग्रुप रूस की सेना के विरोध में ताकत का नया केंद्र बनकर उभर रहा है। प्रिगोझिन और उसके लड़ाके रूस की सेना और इसके जनरलों की आलोचना कर रहे हैं। किर्बी ने कहा कि वैगनर ग्रुप में अभी करीब 50 हजार लड़ाके हैं, जो कि यूक्रेन में लड़ रहे हैं। अमेरिकी सरकार ने वैगनर ग्रुप पर कई प्रतिबंध लगाए हैं और उसे संगठित अपराधी संगठन घोषित किया है।

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