कानपुर । सीओ और आठ पुलिस कर्मियों की हत्या और एनकाउंटर में मारे गए विकास दुबे के बाद उसके सहयोगी शशिकांत की पत्नी मनू का एक के बाद एक ऑडियो वायरल हो रहा है। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे घर में ही नजरबंद कर रखा है। सूत्र बता रहे हैं कि मनू और उसका पति शशिकांत ने सरकारी गवाह बनकर पुलिस की पूरी मदद करने की बात कही है।
विकरु गांव में सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या करने वाला दुर्दांत अपराधी विकास दुबे एनकाउंटर में मार गिराया गया था। उसके कई साथी मुठभेड़ में मारे गए हैं। जबकि कई लोग पुलिस की हिरासत में है। इसी में एक शशिकांत और उसकी पत्नी को पुलिस सरकारी गवाह बनाने की तैयारी में है। जांच में पुलिस को यह पता चला है कि मनु और शशिकांत वारदात के प्रत्यक्षदर्शी हैं। इन दोनों ने घटना को अंजाम देने से पहले की तैयारी और पुलिस कर्मियों की हत्या तक की पूरी घटनाक्रम का आंखो देखा हाल बयां किया है। यह भी बताया है कि किस की छत से किन-किन लोगों ने फायरिंग की थी।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बृजेश कुमार श्रीवास्तव बताते है कि इन्हें सरकारी गवाह बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। अगर यह दोनों सरकारी गवाह बनते हैं तो मजिस्ट्रेटी समक्ष इनके बयान होंगे। इसके बाद इन्हें कोर्ट में पेश कर गवाही दिलायी जायेगी।
मनू के वायरल हुए थे तीन ऑडियो
शशिकांत की पत्नी मनु के वारदात के बाद कई ऑडियो वायरल हुए हैं। इसमे गुरुवार को वायरल ऑडियो में मनु अपने ससुर को गोली चलाने के लिए फोन से बुला रही है। यह भी कह रही है कि विकास भैया ने छत से पुलिस वालों पर गोली चलाने का आदेश दिया है। इससे पहले अपने भाई को फोन करने का ऑडियो वायरल हुआ था, इसमें वह कह रही है कि मेरा नम्बर जिस-जिस के पास है उसे फौरन डिलीट कर दों। हम फोन खोल नहीं पा रहे हैं। तीसरा ऑडियो वायरल हुआ था इसमें वह एक महिला से कह रही है कि भाभी उसके घर के बाहर दो और आंगन में एक पुलिस कर्मी का शव पड़ा हुआ है। विकास भैया और इन सब लोगों ने मिलकर मारा है। जबकि इस बात पर मनु ने पुलिस वालों को बताया था कि वो इस घटना से बहुत डर गयी थी तब उसने अपने भाई को फोन किया था। इस पर भाई ने कहा था सब ठीक हो जायेगा।
मोबाइल का डाटा किया था डिलीट
पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि विकास और उसके गुर्गों ने पुलिस के द्वारा पकड़े जाने से पहले अपने-अपने मोबाइल का सारा डाटा डिलीट कर दिया था। अब उन डाटा को फिर से हासिल करने के लिए पुलिस विशेषज्ञों की मदद ले रही है। यह भी बताया जा रहा है कि कई मोबाइलों के डाटा वापस लाये गए हैं, जिसमें घटना वाले दिन की तमाम वॉयस रिकॉर्डिंग, फोटो और वीडियो मिल रहे हैं।