कीव (Kyiv)। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के बीच मॉस्को (moscow) ने यूक्रेन पर आक्रमण की नई रूपरेखा बनाने और नई ताकत से हमले बढ़ाने के लिए नया कमांडर नियुक्त किया है। रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू (sergei shoigu) ने जनरल स्टाफ के प्रमुख वालेरी गेरासिमोव (Valery Gerasimov) को यूक्रेन में अपने विशेष सैन्य अभियान के लिए ओवरऑल कमांडर नियुक्त किया है। इस बीच, यूक्रेन में एक ऊर्जा संयंत्र के कर्मियों ने रूसी हमलों से बचे ट्रांसफार्मरों के आसपास कांक्रीट के सुरक्षा कवच बना दिए हैं ताकि मिसाइल हमलों से उनकी रक्षा की जा सके।
यूक्रेन युद्ध में नए कमांडर को सर्गेई सुरोविकिन की जगह जिम्मेदारी दी गई है। सिरोविकिन गत तीन माह से युद्ध का नेतृत्व कर रहे थे। लेकिन अब उन्हें पदावनत किया गया है। रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सैन्य बल की शाखाओं में बेहतर तालमेल के लिए यह फेरबदल किया गया है। मॉस्को के एक विशेषज्ञ ने अल-जजीरा को बताया कि यूक्रेन युद्ध अब और भी खतरनाक होगा क्योंकि इसके लिए खुद चीफ ऑफ स्टाफ का आना अहम है। उधर, रूस के वैगनर ग्रुप द्वारा पूर्वी यूक्रेन में नमक खनन वाले शहर सोलेदार पर उसका कब्जा होने का दावा करने के बाद यहां पर जंग और भी भीषण हो गई है। यूक्रेनी बल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। जबकि रूसी कमांडरों का मुख्य लक्ष्य सोलेदार के बाद बखमुत और पूर्वी दोनबास क्षेत्र पर कब्जा करने का है। फेसबुक पर यूक्रेनी सैन्य जनरल स्टाफ ने कहा, सोलेदार में रूसी सेना को भारी नुकसान हो रहा है।
ताकत बढ़ाने जुटे थे सर्गेई सुरोविकिन
सैन्य विश्लेषक रॉब ली के मुताबिक रूस के सैन्य कमांडर सुरोविकिन को यूक्रेनी मोर्चे से इसलिए नहीं हटाया गया है कि वो यूक्रेन युद्ध में जीत नहीं पा रहे थे। बल्कि इसके पीछे राजनीतिक वजह हैं। युद्ध का कमांडर बनने के बाद से सुरोविकिन काफी ताकतवर हो गए थे, वो रक्षा मंत्री सर्गेई शोईगू और रूस के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ की बजाए सीधे पुतिन से संपर्क बढ़ाने लगे थे। यह बात रक्षा मंत्रालय को नागवार गुजरी।
