तरबूज गर्मी के मौसम (summer season) में खाया जाने वाला एक बेहद स्वादिष्ट फल है। इसका मीठा स्वाद न सिर्फ हमारी जुबान को सुकून देता है, बल्कि इससे शरीर को कई बड़े फायदे भी होते हैं। एक कप तरबूज में करीब 46 कैलोरी होती है, जिसमें विटामिन-सी, विटामिन-ए समेत कई तरह के पोषक तत्व (Nutrients) पाए जाते हैं। आइए आपको गर्मियों में तरबूज(watermelon) खाने के 9 बड़े फायदों के बारे में बताते हैं।
दिल की सेहत-
पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें दिल की बीमारियों के कारण ही होती हैं। ब्लड प्रेशर और कॉलेस्ट्रोल लेवल को कम कर हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे को कम किया जा सकता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि तरबूज में दिल की सेहत को फायदा पहुंचाने वाले कई गुणकारी तत्व मौजूद हैं।
हाइड्रेट–
बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए शरीर में पानी की कमी को पूरा करना बहुत जरूरी है। आप चाहें तो ‘हाई वॉटर कंटेंट’ से युक्त फलों का सेवन कर इस कमी को पूरा कर सकते हैं। इस मामले में तरबूज सबसे बेहतरीन फल है, जिसके करीब 92 प्रतिशत हिस्से में सिर्फ पानी होता है। ‘हाई वॉटर कंटेंट’ से युक्त फल और सब्जियां भूख भी शांत रखती है। पानी और फाइबर के कॉम्बिनेशन का मतलब है कि आप बहुत ज्यादा कैलोरी लिए बिना ही खाने की पर्याप्त मात्रा का सेवन कर रहे हैं।
लो शुगर-
तरबूज में बेहद कम मात्रा में कैलोरी पाई जाती है। इसके एक कप में करीब 154 ग्राम कैलोरी होती है। बेरीज की तरह ये एक कम शुगर वाला फल है। तरबूज में विटामिन-सी होता है जो फ्री रेडिकल्स से डैमेज होने वाले सेल्स को बचाता है। इसके अलावा, इसमें विटामिन-ए के अलावा पोटैशियम, मैग्नीशियम(magnesium), विटामिन-बी1, बी5 और बी6 भी होते हैं। तरबूज में बीटा कैरोटीन और लाइकोपीन (lycopene) के अलावा कैरोटीनॉयड की मात्रा भी अधिक होती है। इसमें सिट्रुलिन नाम का अमीनो एसिड भी होता है।
कैंसर से बचाव-
शोधकर्ता के मुताबिक, तरबूज में मौजूद लाइकोपीन और कई तरह के प्लांट कंपाउंड में एंटी-कैंसर के गुण होते हैं। लाइकोपीन कई तरह के कैंसर से शरीर का बचाव करता है। डायजेस्टिव सिस्टम के कैंसर और लाइकोपीन के बीच एक मजबूत जुड़ाव देखा गया है। यह सेल्स डिवीजन में शामिल प्रोटीन IGF को कम करके कैंसर के जोखिम कम करता है।
कई स्टडीज में यह बात साबित हो चुकी है कि तरबूज में मौजूद लाइकोपीन कॉलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर का खतरा कम कर सकता है। ये कॉलेस्ट्रोल से होने वाले ऑक्सीडेटिव डैमेज को भी रोक सकता है। इसमें पाए जाने वाला सिट्रुलिन एसिड बॉडी में नाइट्रिक ऑक्साइड लेवल को बढ़ाने में मददगार है। नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को फैलने में मदद करता है जिससे ब्लड प्रेशर का खतरा भी कम होता है।
इन्फ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस-
इन्फ्लेमेशन शरीर में कई तरह के क्रॉनिक डिसीज को बढ़ावा देता है। एक्सपर्ट कहते हैं कि तरबूज में पाए जाने वाले चमत्कारी तत्व इन्फ्लेमेशन और ऑक्सीडेटिव डैमेज (oxidative damage) को कम करने में मददगार हैं। इसमें लाइकोपीन और विटामिन-सी जैसे एंटी-इन्फ्लेमेटरी ऑक्सीडेंट्स (anti-inflammatory oxidants) पाए जाते हैं। इंसानों पर हुई एक स्टडी के मुताबिक, लाइकोपीन युक्त टमाटर के साथ विटामिन सी देने से बॉडी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स का लेवल बढ़ता है और इन्फ्लेमेशन लेवल घटता है। तरबूज में ये दोनों ही पोषक तत्व पाए जाते हैं।
लाइकोपीन हमारी आंख के कई हिस्सों में पाया जाता है, जो कि ऑक्सीडेटिव डैमेज और इन्फ्लेमेशन से बचाव करता है। ये उम्र के आंखों में बढ़ने वाली परेशानी मैक्यूलर डीजेनरेशन से भी निजात दिला सकता है। ये बीमारी कई बार उम्रदराज लोगों को अंधा तक कर सकती है। लाइकोपीन आंखों में होने वाली इस गंभीर समस्या को काफी हद तक कंट्रोल कर सकता है।
मांसपेशियों में दर्द-
तरबूज में मौजूद सिट्रुलिन (citrulline) नाम का अमीनो एसिड मांसपेशियों में दर्द से राहत देने का भी काम कर सकता है। इसका इस्तेमाल सप्लीमेंट के तौर पर भी किया जा सकता है। इसकी क्षमता को जांचने के लिए एक स्टडी में एथलीट्स (athletes) को तरबूज का सादा जूस दिया गया और दूसरी तरफ तरबूज के जूस के साथ सिट्रुलिन दिया गया। इसमें पता लगा कि दोनों ही ड्रिंक्स न सिर्फ मांसपेशियों में दर्द से राहत देती हैं, बल्कि हार्ट रेट रिकवरी के लिए भी बेहतरीन है।
त्वचा और बाल-
हमारी त्वचा और बालों की सेहत के लिए विटामिन-ए और विटामिन-सी बेहद आवश्यक हैं। विटामिन-सी शरीर में कोलेजन के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जो त्वचा के निखार और बालों की मजबूती के लिए बहुत जरूरी है। अच्छी स्किन और मजबूत बालों के लिए विटामिन-ए भी बहुत जरूरी है। शरीर में विटामिन-ए (Vitamin A) की कमी से हमारी स्किन रूखी नजर आने लगती है।