नई दिल्ली: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिल्ली के बक्करवाला आनंद धाम आश्रम में सनातन संस्कृति जागरण महोत्सव में शामिल हुए. इस मंच से रक्षामंत्री ने पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा कि एक रक्षा मंत्री के रूप में मेरा दायित्व है, कि मैं अपने सैनिकों के साथ मिलकर देश की सीमाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करूं. प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में जैसा आप चाहते हैं वैसा होकर रहेगा.
एक कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि मेरा ये दायित्व है कि देश के ऊपर आंख उठाने वालों को मुंहतोड़ जवाब दे और आप सब हमारे प्रधानमंत्री को अच्छे से जानते हैं. उनकी कार्यशैली से आप परिचित हैं. जोखिम उठाने का भाव उन्होंने किस तरह सीखा है? उससे भी आप परिचित हैं तो देश के ऊपर आप उठाने वालों को जवाब देंगे.
उन्होंने कहा, आप लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को अच्छी तरह जानते हैं, उनकी कार्यशैली से भी अच्छी तरह परिचित है, उनकी दृढ़ता से भी अच्छी तरह परिचित है. जोखिम उठाने का भाव किस तरीके से उन्होंने सीखा है अपनी जिंदगी में उससे भी आप अच्छी तरह से मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं. प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जैसा आप चाहते हैं वैसा हो कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, आप सब तो जानते ही हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हम समस्त देशवासियों के समक्ष रखा है. स्वाभाविक है यह लक्ष्य कोई छोटा लक्ष्य नहीं है. लेकिन आप सवस्थ रहिये. ये लक्ष्य पूरा होकर रहेगा क्योंकि इस सच्चाई को आप सभी स्वीकार करेंगे कि अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ी है. अंतर्राष्ट्रीय जगत में भारत का कद बढ़ा है. पहले अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत कुछ बोलता था तो भारत की बातों को दुनिया गंभीरता पूर्वक नहीं सुनती थी. भारत कमजोर देश है, गरीबों का देश है, लेकिन आज भारत के भी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ बोलता है, सारी दुनिया कान खोल कर सुनती है.
पहलगाम आतंकी हमले की जांच के तहत अनंतनाग में 25 से ज़्यादा लोकल टूरिस्ट गाइडों से पूछताछ की गई है. जांच एजेंसियों का मानना है कि हमला ‘बिना लोकल लोगों की मदद के नहीं हो सकता. एजेंसियों को उस ओवर ग्राउंड वर्कर की तलाश है जिसने आतंकियों की मदद की होगी, ताकि जांच को आगे बढ़ाया जा सके.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत कड़ी जवाबी कार्रवाई की तैयारी में है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात कर हालात का जायजा लिया है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि ‘हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी’, जिसके तहत सैन्य तैयारियां तेज कर दी गई हैं और राजनयिक व आर्थिक मोर्चों पर पाकिस्तान पर दबाव बढ़ाया जा रहा है.
रक्षा विशेषज्ञ भारत की व्यापक रणनीति, पाकिस्तान की कमजोरियों और संभावित वैश्विक दबावों पर भी चर्चा कर रहे हैं. भारत की पाकिस्तान के प्रति प्रतिक्रिया पर गहन चर्चा, जिसमें रणनीतिक धैर्य और कूटनीतिक दबाव पर जोर दिया गया. विपक्ष ने पुलवामा हमले और सर्वदलीय बैठक न बुलाने पर सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाए, जबकि सरकार ने अपनी मजबूत राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का बचाव किया.
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