नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ(Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का शनिवार को (5 जून) जन्मदिन था लेकिन पूरा दिन बित जाने के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने उन्हें विश नहीं किया। पीएम मोदी (PM Modi) के ट्विटर हैंडल पर ऐसा कोई ट्वीट मौजूद नहीं है।
इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए है। लोग अपने-अपने तरीके से इसका अलग-अलग अर्थ निकालने लगे। ट्विटर के लोग इस बात से अचंभित थे कि पीएम मोदी (PM Modi) जो न केवल भारत में नेताओं को बल्कि अपने विदेशी समकक्षों को बधाई संदेश देने से नहीं चूकते, उन्होंने इस बार योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) को बधाई क्यों नहीं दी।
‘जन्मदिन की शुभकामनाएं’ न देने से उन अफवाहों को भी हवा मिली कि योगी आदित्यनाथ और पार्टी के हाई कमान के बीच तनाव है। हाल ही में ये काफी चर्चा का विषय रहा। राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने भी लखनऊ में मंत्रियों और पार्टी नेताओं के साथ योगी सरकार पर प्रतिक्रिया लेने और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य इकाई की तैयारियों का आकलन करने के लिए कई बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्रियों और तकरीबन डेढ़ दर्जन मंत्रियों से अलग-अलग मिलकर फीडबैक लिया है। तीन दिन तक महामंथन चला। इस फीडबैक का परिणाम क्या होगा इसके लिए लोगों की निगाहें दिल्ली पर टिकी हैं।
इसी बीच जब पीएम ने योगी को विश नहीं किया तो उन अटकलें को फिर से हवा मिलनी शुरू हो गई। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इसके पीछे कुछ और कारण है। दावा किया जा रहा है कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के उछाल के बाद से प्रधानमंत्री ने राजनीतिक नेताओं को उनके जन्मदिन की शुभकामनाएं पोस्ट करना बंद कर दिया है। सूत्र ने कहा है, ‘प्रधानमंत्री ने अप्रैल के अंतिम सप्ताह से किसी नेता को विश नहीं किया है। देश के लिए यह दुखद दौर है। पीएम ने लोगों को त्योहारों पर बधाई दी है लेकिन नेताओं को व्यक्तिगत बधाई देना बंद कर दिया गया है।’
पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल से देखा जा सकता है कि उन्होंने 5 जून को योगी को जन्मदिन की बधाई नहीं दी। Share: