- कांग्रेस में मिशन 2023 की तैयारी: प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने बांटा प्रभार
भोपाल। विधानसभा चुनाव 2018 में जीत, मार्च 2020 में सत्ता पलट और फिर उपचुनाव में हार। ये सब बातें पीछे छोड़कर मध्य प्रदेश में अब कांग्रेस 2023 की ओर देख रही है। उसने 2023 में होने वाले विधान सभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी के प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने आज सह प्रभारियों के काम का बंटवारा कर दिया। 15 साल बाद सत्ता में आने के बाद 15 महिने में ही सत्ता गंवा चुकी कांग्रेस अब भविष्य में कोई मौका नहीं चूकना चाहती। उसका ध्यान मध्य प्रदेश में होने वाले अगले यानि 2023 के विधान सभा चुनाव पर है। इसकी तैयारी उसने शुरू कर दी है। इसकी शुरुआत कांग्रेस संगठन से की गयी है। संगठन को मजबूती देने के लिए सह प्रभारियों को काम का बंटवारा कर दिया गया है। उन्हें अलग अलग ज़िलों में संगठन को मज़बूत बनाने का दायित्व सौंपा गया है।
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक ने आज पार्टी के सह प्रभारियों में काम का बंटवारा कर दिया। प्रदेश को चार जोन में बांटकर सह प्रभारियों को अलग-अलग जोन की जिम्मेदारी दी गयी है।
- सह प्रभारी सुधांशु त्रिपाठी- श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, रायसेन, विदिशा, भोपाल, सीहोर, राजगढ़ जिले के विधान सभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी
- सह प्रभारी संजय कपूर – टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर, दमोह, पन्ना, कटनी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, शहडोल और उमरिया की जिम्मेदारी
- सह प्रभारी सी पी मित्तल – अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, बैतूल, हरदा, देवास, शाजापुर
- सह प्रभारी कुलदीप इंदौरा – खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, धार, इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, और आगर मालवा जिले के विधान सभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी।