वाशिंगटन (washington) । बीजिंग (Beijing)। चीन में फैले कोविड संक्रमण (Kovid infection spread in China) की वजह से मचे कोहराम से पूरी दुनिया चिंता में है । राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मना है कि चीन में कोविड का संक्रमण (covid infection) तेजी से फैल रहा है। नई लहर का सामना करना मुश्किल है।
आपको बता दें कि पूरी दुनिया में कोरोना के नए मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। नए साल से पहले चीन में कोरोना विस्फोट से हालात बेकाबू हैं। दूसरी तरफ चीन के कोरोना से निपटने के रवैये से डब्ल्यूएचओ समेत दुनिया के कई देश चिंतित दिख रहे हैं। चीन जिस तरह से कोरोना के आंकड़े छिपा रहा है उससे पड़ोसी देश तो सतर्क हो ही गए हैं उससे भी अधिक सतर्क अमेरिका दिख रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान जारी कर ड्रैगन को नसीहत तक दे डाली है।
बाइडन ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हां मैं चीन के कोरोना से निपटने के इस रवैये से चिंतित हूं। चीन मामले की गंभीरता को समझ नहीं रहा है। इसलिए भारत, अमेरिका समेत कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों के लिए जांच अनिवार्य कर दिया है। यानी जो भी यात्री चीन से आएंगे उन्हें 72 घंटे भीतर के निगेटिव रिपार्ट के साथ-साथ RTPCR टेस्ट से भी गुजरना होगा।
राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि चीन फिलहाल कोरोना महामारी के लिहाज से बेहद संवेदनशील देश है। चीन को पारदर्शिता बरतनी चाहिए। चीन अपने फायदे के लिए महामारी को नजरअंदाज कर रहा है। बाइडन ने कहा कि चीन को टेस्टिंग बढ़ानी चाहिए ताकि सही आंकड़े सामने आ सके। चीन इसे नियंत्रण में करे और विवेकपूर्ण कदम उठाए ताकि हम किसी भी संभावित वेरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए वह सब कुछ करें जो हम कर सकते हैं।
वहीं विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा कि कोविड कहीं भी फैल रहा है, लेकिन विशेष रूप से चीन जैसे घनी आबादी वाले देश में, निश्चित रूप से वेरिएंट के उभरने की पूरी आशंका है। उन्होंने कहा कि हमने देखा है कि दुनिया के अन्य क्षेत्रों से वेरिएंट उभर कर सामने आए हैं जो अंततः संयुक्त राज्य में पहुंच गए हैं।
बाइडेन प्रशासन ने बुधवार को कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान का यह सुनिश्चित करने में साझा मत है कि तालिबान आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे और उन्हें अपने क्षेत्र का इस्तेमाल नहीं करने दे। आतंकवाद एक अभिशाप बना हुआ है जिसने इतने सारे पाकिस्तानी, अफगान और अन्य निर्दोष लोगों की जान ले ली है।
संयुक्त राज्य अमेरिका और पाकिस्तान का वास्तव में यह सुनिश्चित करने में साझा हित है कि तालिबान प्रतिबद्धताओं पर खरा उतरे और आईएसआईएस-के जैसे आतंकवादी समूह विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने अपने दैनिक समाचार सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, अल-कायदा की तरह टीटीपी अब क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने में सक्षम नहीं है।
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