मेरठ, 04 अगस्त । कोरोना आपदा के बीच नौ अगस्त को होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा के विरोध में आवाजें उठने लगी है। शिक्षक नेता और मेरठ यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ (मूटा) के अध्यक्ष डाॅ. विकास शर्मा ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा को पत्र लिखकर बीएड प्रवेश परीक्षा को निरस्त करने की मांग की है।
शिक्षक नेता डाॅ. विकास शर्मा ने प्रदेश के उप मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि लखनऊ विवि द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए लगभग पांच लाखों अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। इसके अलावा परीक्षा संचालित करने वाले और अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र तक छोड़ने वाले अभिभावकों को मिलाकर यह संख्या दस लाख से ऊपर होगी। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में केवल शासकीय और अनुदान प्राप्त महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। ऐसे में प्रदेश के अधिकतर शहरों में भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में यह महाविद्यालय स्थित है। जिस प्रकार से परीक्षा केंद्रों पर अभ्यर्थियों की संख्या है। ऐसे में कोविड 19 के मानकों का पालन कराया जाना संभव नहीं है। पिछले वर्षों के अनुभवों के आधार पर देखा गया है कि तीन-तीन बार काउंसिलिंग के बाद भी सीटें रिक्त रह जाती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सत्र में मेरिट के आधार पर प्रवेश किए जाए, जिससे कोविड के खतरे से बचा जा सकें। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना महामारी चरम पर है। ऐसे में भीड़ इकट्ठा होेने देने का खतरा मौल नहीं लेना चाहिए।
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