- नए और पुराने मिलाकर 12 हजार मरीजों का चल रहा है इलाज
इंदौर, प्रदीप मिश्रा। शहर के सिर्फ एक ही सरकारी अस्पताल में इलाज कराने वाले मरीजों की संख्या का चौंकाने वाला आंकड़ा साबित कर रहा है कि कैंसर की बीमारी अब धीरे-धीरे कैसे महामारी बनती जा रही है। एमवाय हॉस्पिटल परिसर में बने कैंसर अस्पताल में पिछले 12 महीनों में जहां 10 हजार 741 मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया गया, वहीं हॉस्पिटल के सालाना रिकार्ड के अनुसार यहां ओपीडी में रजिस्टर्ड मरीजों की संख्या मतलब बिना भर्ती किए गए कैंसर मरीजों की संख्या 3234 है।
इसके अलावा नए और वो पुराने मरीज, जिनका पिछले कई सालों से इलाज जारी है, उन मरीजों की संख्या 12 हजार 948 है। यह संख्या तो सिर्फ एक सरकारी अस्पताल में इलाज कराने वालों की है। यहां के डॉक्टर्स के अनुसार इंदौर शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में कैंसर का इलाज कराने के लिए इंदौर, देवास, महू, उज्जैन, रतलाम, हरदा, खंडवा के अलावा मध्यप्रदेश के अन्य दूसरे जिलों से हर साल लगभग 20 हजार से ज्यादा मरीज कैंसर का इलाज कराने आते हैं।
महिला मरीजों की संख्या ज्यादा
कैंसर का इलाज कराने वाले मरीजों में से पुरुषों की अपेक्षा कैंसर पीडि़त महिलाओं की संख्या ज्यादा है। हॉस्पिटल की ओपीडी में रजिस्टर्ड मरीजों की संख्या 3 234 है। इनमें महिला मरीजों की संख्या 1532 भले ही पुरुष मरीजों संख्या 1702 की अपेक्षा कम है, मगर भर्ती कर इलाज कराने वालों में महिला मरीजों की संख्या 5856 है, जबकि पुरुष मरीजों की संख्या 4885 ही है। इस तरह महिला मरीजों की संख्या ज्यादा है।
कैंसर बीमारी की यह वजह है
कैंसर बीमारी का मुख्य कारण वैसे तो तम्बाकू का सेवन है। डॉक्टर के अनुसार 20 प्रतिशत मरीजों में कैंसर की वजह तम्बाकू सम्बन्धित नशा है। इसके अलावा सब्जी, फल अथवा फसलों में कीटनाशक रसायनों के ज्यादा इस्तेमाल की वजह से कैंसर के मरीज बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। मोटापा, शराब, अनियमित जीवनशैली भी इस जानलेवा बीमारी की मुख्य वजह है। इलाज कराने वालों में नवजात से लेकर युवा सहित उम्रदराज मतलब सभी उम्र के मरीज होते हैं।
पिछले साल 2023 में हर माह
के आंकड़े
माह मरीज
जनवरी 905
फरवरी 848
मार्च 908
अप्रैल 933
मई 943
जून 872
जुलाई 946
अगस्त 916
सितम्बर 954
अक्टूबर 802
नवम्बर 820
दिसंबर 894
कुल 10,741