इंदौर न्यूज़ (Indore News)

इन्दौर में बनेगा 160 करोड़ का सबसे महंगा डबल डेकर ओवरब्रिज

23 मीटर ऊंचाई के साथ 1452 मीटर रहेगी लंबाई और 60 मीटर ब्रिज की चौडा़ई, 2 लाख से अधिक वाहनों की आवाजाही लवकुश चौराहे पर होगी भविष्य में सुगम
इन्दौर।  आने वाले समय में सडक़ों के साथ-साथ ओवरब्रिजों (Overbridges) की सुविधा भी इन्दौर (Indore) को मिलेगी। प्रमुख और व्यस्त 11 चौराहों पर इन्दौर विकास प्राधिकरण (Indore Development Authority) इन ब्रिजों का निर्माण करवा रहा है, वहीं इन्दौर का सबसे महंगा और विशाल डबल डेकर ओवरब्रिज (Double Decker Overbridge) भी प्राधिकरण लवकुश चौराहे (Lavkush Square) पर बनाने जा रहा है। इससे एमआर 10 से सुपर कॉरिडोर, बाणगंगा (Banganga) से उज्जैन रोड (Ujjain Road) के बीच अभी जो दो लाख से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है, वह सुगम तो होगी ही, वहीं इस डबल डेकर ब्रिज के नीचे से मेट्रो लाइन भी गुजरेगी। लगभग 160 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत इस ब्रिज के लिए आंकी गई है और टेंडर प्रक्रिया जारी है। आज प्रीबिड टेंडर खुलेंगे, जिसमें इंदौर सहित देश की कई बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनियां शामिल होंगी। प्रीबिड में जो कंपनियां मान्य रहेंगी, वे फिर फायनेंशियल बिड में हिस्सा लेंगी। प्राधिकरण टेंडर प्रक्रिया जल्द पूरी कर इस ब्रिज के निर्माण को शुरू करेगा।


प्राधिकरण खजराना, भंवरकुआं सहित अन्य चौराहों पर ओवरब्रिजों का निर्माण कर रहा है। पिछले दिनों मुख्यमत्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष हुए प्रजेन्टेशन और उसके बाद लवकुश चौराहे पर भूमिपूजन के दौरान डबल डेकर ब्रिज निर्माण की बात मुख्यमंत्री ने कही और प्राधिकरण ने इसकी तैयारी शुरू कर दी। अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा के मुताबिक यह इन्दौर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का सबसे विशाल, अनूठा, डबल डेकर ओवरब्रिज होगा। टेंडर प्रक्रिया और वर्कआडर्र जारी होने के 24 माह में इसके निर्माण समय सीमा में पूरा करने की भी तय की गई है। इस ओवरब्रिज की लम्बाई 1452 मीटर रहेगी, वहीं ब्रिज की चौड़ाई 60 मीटर यानी 200 फीट होगी। दोनों तरफ 12-12 मीटर की सडक़ भी रहेगी, वहीं ब्रिज की ऊंचाई 23 मीटर होगी। अमूमन जो ओवरब्रिज शहर में बने हैं, उनकी अधिकतम ऊंचाई 12 मीटर रहती है। यह ब्रिज चूंकि डबल डेकर रहेगा, लिहाजा इसकी दोगुनी ऊंचाई रहेगी और नीचे से मेट्रो लाइन गुजरेगी। पिछले दिनों प्राधिकरण ने 140 करोड़ और जीएसटी अलग के साथ इसके टेंडर बुलाए और लगभग 160 करोड़ रुपये इसकी अनुमति लागत आंकी है।


प्रदेश के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर के लिए भी जमीन की तलाश
इन्वेस्टर्स समिट की पत्रकारवार्ता मेंं मुख्यमत्री ने घोषणा की थी कि इन्दौर में 10 हजार की बैठक क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर प्राधिकरण द्वारा बनाया जाए। लिहाजा इसके लिए जमीन की तलाश शुरू हो गई है। प्राधिकरण अपनी योजनाओं में उपयुक्त जमीन इस कन्वेंशन सेंटर के लिए देख रहा है, ताकि इन्दौर ही नहीं, बल्कि प्रदेश का सबसे बड़ा और सर्वसुविधायुक्त वातानुकूलित कन्वेंशन सेंटर बनाया जा सके। सुपर कारिडोर पर कन्वेंशन सेंटर बनेगा। आईडीए अध्यक्ष जयपालसिंह चावड़ा और सीईओ आर.पी. अहीरवार ने आधा दर्जन जमीनें देखी हैं। अब विशेषज्ञों से चर्चा कर एक जमीन तय की जाएगी। उसके बाद कंसल्टेंट की नियुक्ति, टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। पीपीपी माडल पर भी यह सेंटर बनाया जा सकता है।

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