इन्दौर। वैक्सीनेशन (Vaccination) के मामले में भी इंदौर (Indore) अव्वल रहा है। जिले की शत-प्रतिशत मतदाता सूची के आधार पर चिन्हित 28.72 लाख आबादी को पहला डोज (First Dose) लगा दिया है और अब दूसरा डोज (Second Dose) भी लगातार शिविरों का आयोजन कर लगाया जा रहा है। लगभग 50 फीसदी आबादी ऐसी है जिनको दोनों डोज लग चुके हैं और अब शासन भी 27 सितम्बर को पुन: इंदौर (Indore) सहित प्रदेशभर में वैक्सीनेशन (Vaccination) का महाअभियान चलाने जा रहा है। फिलहाल तो पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन डोज भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। अक्टूबर अंत तक प्रदेश की पूरी आबादी को पहला डोज और फिर नवम्बर-दिसम्बर अंत तक दोनों डोज लगाने का लक्ष्य भी रखा गया है।
फिलहाल तो कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से भी इंदौर को मुक्ति है। कल रात भी जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन (Medical Bulletin) में शून्य मरीज की जानकारी सामने आई है। वहीं पिछले दिनों 18 साल तक की उम्र के बच्चों का जो सीरो सर्वे हुआ था उसमें भी 70 से 80 फीसदी तक कोरोना से लडऩे की एंटीबॉडी (Anti-Body) बच्चों में पाई गई, जोकि अच्छा संकेत है। फिलहाल तीसरी लहर (Third-Wave) का अंदेशा भी कम ही है। हालांकि प्रशासन लगातार वैक्सीनेशन पर जोर दे रहा है। कल भी 32 हजार से अधिक लोगों को टीके लगाए गए, जिसमें 22 हजार से ज्यादा को दूसरी डोज लगी है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. तरुण गुप्ता (District Immunization Officer Dr. Tarun Gupta) के मुताबिक 50 फीसदी जिले की आबादी को दोनों डोज लगभग लग चुके हैं। कुछ ही डोज कम हैं, जो कि आज-कल में लग जाएंगे। 28 लाख से अधिक की चिन्हित आबादी को पहला डोज तो लगाया ही जा चुका है और अब तेजी से दूसरा डोज लगाने का काम भी चल रहा है। चूंकि इंदौर (Indore) में अधिकांश लोगों को कोविशिल्ड वैक्सीन (Covishield Vaccine) लगी है, जिसके दूसरे डोज का नम्बर 84 दिन बाद आता है। लिहाजा प्रयास हैं कि इंदौर की पूरी आबादी को दोनों डोज नवम्बर अंत तक लगा दिए जाएं। अभी साढ़े 13 लाख से अधिक लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। हालांकि 5 लाख से अधिक लोग ऐसे भी हैं जिनका दूसरे डोज की अवधि पूरी हो चुकी है,मगर वे दूसरा डोज लगवाने नहीं आए। ऐसे लोगों को फोन करने के साथ-साथ एसएमएस भी भिजवाए जा रहे हैं। दरअसल बीच में वैक्सीन की कमी के चलते अभियान सुस्त पड़ा, तो उसके साथ-साथ वैक्सीन लगवाने वाले लोग भी सुस्त हो गए। अब उन्हें नए सिरे से अभियान में जोड़ा जा रहा है और कलेक्टर मनीष सिंह भी निरंतर प्रयास कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इंदौर जिले की शत-प्रतिशत आबादी वैक्सीनेट हो जाएं।