- भाजपा द्वारा पार्षद उम्मीदवारों की घोषणा के बाद ब्राह्मण समाज में असंतोष
उज्जैन। शहर के 54 वार्डों में से भाजपा ने 49 पर अपने अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। इनमें तीन वार्डों में ब्राम्हण समाज के उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। जबकि सभी वार्ड के मिलाकर ब्राह्मण समाज के मतदाताओं की संख्या एक लाख के लगभग है। इससे ब्राह्मण समाज भाजपा से नाराज है। नगर निगम चुनाव में इस बार शहर के 54 वार्डों में कुल 4 लाख 61 हजार 103 मतदाता वोटिंग कर सकेंगे। इसमें 47 किन्नर वोटर भी शामिल हैं। उनके अलावा 2 लाख 30 हजार 177 महिलाएं मतदाता शामिल हैं। साढ़े चार लाख से ज्यादा पात्र मतदाताओं में एक लाख से ज्यादा मतदाता तो ब्राह्मण समाज से ही हैं। इनमें उत्तर विधानसभा क्षेत्र में आने वाले वार्डों में करीब 70 हजार ब्राह्मण मतदाता रहते हैं और दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के तहत आ रहे वार्डों में ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या 30 हजार के करीब है। इधर लंबे इंतजार के बाद कल देर शाम भाजपा ने 54 में से 49 वार्डों में अपने उम्मीदवार के नामों की अधिकृत सूची जारी कर दी है। इनमें केवल तीन वार्डों में ही ब्राह्मण समाज के लोगों का उम्मीदवार बनाया गया है। इनमें एक पुरुष तथा दो महिला उम्मीदवार शामिल है।
ये वार्ड हैं ब्राह्मणों के प्रभाव वाले
भाजपा ने कल शाम 49 वार्डों में से जिन तीन वार्डों में ब्राह्मण उम्मीदवारों का टिकट दिया है उनमें वार्ड 20 से प्रकाश शर्मा, वार्ड 22 से सोनल जोशी और वार्ड 32 से प्रभा मिश्रा का नाम शामिल है। इनमें भी वार्ड 20 में अन्य वर्गों के मुकाबले ब्राह्मण मतदाता कम हैं। वार्ड 32 में भी यही स्थिति है। हालांकि वार्ड 22 ब्राह्मण बाहुल्य वार्ड है। इनके अलावा वार्ड 12, 21 और 23 में भी ब्राम्हण मतदाताओं की संख्या प्रभावशाली है। इसके अतिरिक्त वार्ड क्रमांक 5, 6 तथा 49 और 51 में भी ब्राह्मण समाज के मतदाताओं का प्रभाव है। यही कारण है कि भाजपा के टिकट वितरण के इस फार्मूले से ब्राह्मण वर्ग खुश नहीं है। हालांकि अभी भाजपा ने जिन पांच वार्डों में उम्मीदवारों की घोषणा रोक ली है उनमें वार्ड नंबर 6, 24, 29, 38 और 42 शामिल है।