इंदौर न्यूज़ (Indore News)

तिल्लौर में 60 केस एक्टिव, 2 मौत

बिगड़ी गांवों की हालत …गांव में डर के मारे मास्क लगा रहे…
इंदौर। संजीव मालवीय/बंटी गुंजाल
इंदौर से सटा तिल्लौर गांव, जहां पिछले दिनों प्रतिदिन मरीज निकल रहे थे। अभी भी प्रतिदिन 30 से 40 लोगों की जांच की जा रही है, जिसमें 10 प्रतिशत लोग संक्रमित निकल रहे हैं। फिलहाल गांव में 60 एक्टिव केस है और यहां दो मौतें भी हो चुकी हैं, बावजूद इसके शहरी लोगों की गांव में बेरोकटोक आवाजाही जारी है।
शहर के बाद अब गांवों में जिस तरह से कोरोना पैर पसार रहा है, तिल्लौर में जहां कुल 73 मरीज निकले थे, लेकिन 13 मरीज निगेटिव हो गए हैं और फिलहाल यहां 60 एक्टिव केस हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इन 60 केस में से भी कई की दूसरी रिपोर्ट आना बाकी है। हालांकि वे ठीक हो चुके हैं, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव नहीं आने के कारण उन्हें स्वस्थ घोषित नहीं किया गया है। गांव के बस स्टैंड पर जहां एक मौत हो चुकी हैं और कई मरीज पॉजिटिव निकले थे, वहां रेडझोन बना दिया गया है। इसके बाद भी गांव में बाहरी लोगों का आना-जाना जारी है। रोकने के नाम पर गांव के कोटवार और दो पुलिस जवान सीमा पर खड़े रहते हैं, लेकिन वे गाडिय़ों को रोक नहीं पाते हैं। जनपद सदस्य गुरूप्रसाद पाटीदार बताते हैं कि हमने गांव में स्पष्ट कर रखा है कि कोई न तो सब्जी बेचेगा और न ही कोई अन्य सामान। अगर ऐसा करते वह पाया गया तो कार्रवाई करवाएंगे। इसी गांव के आगे कुछ पिकनिक स्पॉट हैं, जहां सूनसान होने के कारण अधिकांश लोग सुबह होते ही वहां पहुंच जाते हैं और वापस लौट आते हैं।


कच्ची शराब के लिए जाते हैं देवास के गांव
तिल्लौर होते हुए कई लोग कच्ची शराब लेने देवास जिले के आदिवासी गांवों में जाते हैं। यहां कई जगह शराब भी चोरी-छिपे मिलती है। नाचनबोर घाट के बाद बागली और उदयपुर तक लोग पहुंच रहे हैं। रास्ते में चैकिंग भी होती है, लेकिन वे पुलिस को धत्ता बताकर निकल जाते हैं। नाचनबोर घाट के नीचे ही वन विभाग की चौकी भी हैं, जो इंदौर और देवास की सीमा पर है, लेकिन यहां भी चैकिंग नहीं होती और न ही दूसरे गांवों की सीमाओं पर चैकिंग होती है। इंदौर के आसपास कई ऐसे गांव हैं जहां चोरी-छिपे शराब की बिक्री हो रही है ौर शराब प्रेमी इन्हें खरीदने पहुंच रहे हैं।
मछली पकडऩे जाते हैं देवनाला डेम
नाचनबोर घाट के पास ही देवनाला डेम है। झाड़ उखाड़ हनुमान मंदिर से ओखलेश्वर हनुमान मंदिर के बीच एक डेम बाता है, जहां बड़ी मात्रा में मछलियां निकलती हैं। यहां आसपास के लोग मछली पकड़ते हैं और शहर से आने वालों को ये बेचते हैं। ये लोग भी तिल्लौर से होकर निकलते हैं। इन्हें भी गांव की सीमा पर रोका नहीं जा रहा है। देवास जिले के कुछ गांवों से भी यहां लोग मछली लेने आते हैं। इसके कारण भी शहर का संक्रमण गांवों में फैल जाता है। हालांकि पुलिस और प्रशासन गांव की सीमा पर सख्त चैकिंग का दावा करते हैं, लेकिन कहीं-कोई नजर नहीं आता।

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