नई दिल्ली: आईपीएल ने एक और बड़ा कारनामा किया है. उसकी ब्रांड वैल्यू में पिछले एक साल में 75 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. यह बढ़कर 90 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंच गई है. पिछले साल टी20 लीग में 2 टीमें लखनऊ सुपर जायंट्स और गुजरात टाइटंस जुड़ी थीं. इसके अलावा मीडिया राइट्स भी काफी महंगे बिके थे. डी एंड पी एडवायजरी की रिपोर्ट के अनुसार, आईपीएल 2022 की वैल्यू बढ़कर 10.9 बिलियन डॉलर हो गई है. एक साल पहले 2021 में यह 6.2 बिलियन डॉलर थी. टी20 लीग की शुरुआत 2008 में हुई थी. 15 साल में इसने बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है.
आईपीएल के मीडिया राइट्स पिछले दिनों 6.2 बिलियन डॉलर में बिके थे. इसका भी फायदा टी20 लीग को मिला है. गुजरात टाइंस और लखनऊ सुपर जायंट्स पर कुल 1.6 बिलियन डॉलर की बोली लगी थी. उम्मीद से लगभग 16 गुना का उछाल इसमें देखने को मिला था. हर मैच की ब्रॉडकास्टिंग फीस को देखें, तो आईपीएल दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी स्पोर्ट्स लीग है. मौजूदा सीजन के लिए ऑक्शन 23 दिसंबर को होने जा रहा है. इस दौरान खिलाड़ियों पर लगभग 200 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी.
मीडिया राइट्स का अहम योगदान
प्रमुख कंसल्टिंग और एडवायजरी एजेंसी डी एंड पी के मैनेजिंग पार्टनर एन संतोष ने रिपोर्ट बियाॅन्ड 22 यार्ड्स में कहा, 2008 में लॉन्च होने के बाद से आईपीएल ने देश में अच्छा मुकाम हासिल किया. आईपीएल 2022 में कुछ बड़े नतीजे देखने को मिले. नए मीडिया राइट्स ने इसकी ब्रांड वैल्यू बढ़ाने में बड़ा योगदान दिया है. इस बात से साफ है कि आईपीएल क्रिकेट में अहम योगदान देता रहेगा और आने वाले सालों यह लाखों फैंस को आकर्षित भी करेगा.
एनएफएल या ईपीएल जैसे कुछ अन्य खेल लीगों की तुलना में अभी भी आईपीएल विज्ञापन दरों के मामले में काफी पीछे है. आईपीएल 2022 के दौरान एक विज्ञापन के लिए 10 सेकंड के स्लॉट की लागत लगभग 20,000 अमेरिकी डॉलर थी. एनएफएल, ईपीएल और मेजर लीग बेसबॉल में समान टाइम स्लॉट के लिए विज्ञापन दरें 1,00,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक थीं. इस तुलना पर रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे आईपीएल के भविष्य में बढ़ने के लिए बहुत अधिक जगह है. बशर्ते ब्रॉडकास्टर अच्छा कंटेंट उपलब्ध करा सकें.
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