
जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर शादी-विवाह व धार्मिक तथा सामाजिक आयोजनों में बैंड, घोड़ी व लाइटवालों को अधिकतम सीमा में नहीं गिनने का आदेश निकालने का अनुरोध किया है।
राजे ने पत्र में लिखा है कि कोरोना महामारी के चलते शादी-विवाह व धार्मिक तथा सामाजिक आयोजनों में बैंड, घोड़ी व लाइटवाले पिछले 9 महीनों से बेरोजगार हैं। इस कारण यह तबका भुखमरी के कगार पर पहुंच गया है। अब 22 नवंबर से शादी-विवाह का सीजन शुरू हो रहा है। अगर सरकार ने इनकी तरफ ध्यान नहीं दिया तो बहुत बड़ा तबका आर्थिक संकट में फंस जाएगा।
सरकार ने शादी-विवाह, धार्मिक एवं सामाजिक आयोजनों में सम्मिलित होने वालों की अधिकतम सीमा तय कर रखी है। इसी के अनुरूप जिलों में कथित तौर पर बैंड, घोडी, लाइट वालों को भी अधिकतम सीमा में गिना जा रहा है। उन्होंने अनुरोध किया कि इन लोगों को अधिकतम सीमा में नहीं गिना जाए। क्योंकि, यह लोग समारोह में शामिल नहीं होते हैं। इसलिए, सरकार को इनका रोजगार चालू करवाने के लिए समारोह में शामिल होने वालों की अधिकतम सीमा में इनको नहीं गिनने का आदेश जारी कर इनको राहत प्रदान करे। (एजेंसी, हि.स.)
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